आज कल हर किसी की लाइफ तनाव से भरी है और किसी के पास एक दूसरे के लिए समय नहीं है, फिर चाहे वह हमारा पार्टनर ही क्यों न हो। परफेक्ट जीवनसाथी का मतलब ये होता है की हम अपने पार्टनर के साथ सुख और में उसका साथ दें। लेकिन तनाव लोगों के जीवन का एक बड़ा हिस्सा बनता जा रहा है जिसकी वजह से लोग डिप्रेशन का शिकार होते जा रहे हैं। ऐसे में हमारा फर्ज बनता है की अगर हमारा पार्टनर किसी बात को लेकर स्ट्रेस में है तो हम उन्हें इस से बाहर निकालें। इस कड़ी में हम आपको उन तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से पार्टनर का तनाव आसानी से कम कर सकते हैं।
पहले जानें क्या उन्हें आपकी जरूरत है?
अगर आपका साथी स्ट्रेस से जूझ रहा है, तो सबसे पहले यह जानने की कोशिश करें कि आपके साथी को क्या चाहिए? यह जानें क्या उन्हें अभी किसी के साथ की जरूरत है? क्योंकि कभी-कभी स्ट्रेस में व्यक्ति अकेला रहना चाहता है, ऐसे में अगर आप उनके पास जाकर बार-बार सवाल करते हैं, तो व्यक्ति आप ज्यादा परेशान होने लगता है। ऐसी स्थिति में अपने साथी को कुछ समय के लिए अकेला छोड़ दें।
जज करने से पहले एक बार बात सुनें
अगर आपका पार्टनर किसी बात को लेकर तनाव में है तो उन्हें जज करने से पहले एक बार उनसे बात करके उनका मन भी जान लें। इससे आप दोनों ही स्थिति से निकलने का एक बेहतर तरीका ढूंढ पाएंगे। पार्टनर को तनाव की स्थिति से बाहर लाने के लिए सबसे पहले आपको एक अच्छा लिस्टनर बनना पड़ेगा। कब तक आप उनकी बात सुनेंगे नहीं तब तक आप किसी भी परेशानी का सही से हल नहीं निकाल पाएंगे।
पार्टनर की बातों से आहत न हों
कभी-कभी इंसान गुस्से में या स्ट्रेस में सामने वाले को बुरा भला कह देता है। इसलिए जब भी आपका पार्टनर स्ट्रेस में हो और आपको कुछ बुरा-भला कहे, तो उनकी बातों का बुरा मानकर उन्हें छोड़े नहीं, बल्कि उनका साथ दें। स्ट्रेस में कही बातों को दिल पर लेने से रिश्ता खराब हो सकता है।
पार्टनर के काम में बंटाएं हाथ
स्ट्रेस या डिप्रेशन में व्यक्ति के कार्य करने की क्षमता पर असर पड़ने लगता है। इस वजह से वह काम के दौरान चिड़चिड़े हो जाते हैं। अगर आपके साथ भी यही परिस्थिति है, तो जितना हो सके उतना अपने पार्टनर के काम में हाथ बंटाएं।
छोटी-छोटी चीजों से हल होती है परेशानी
कई बार आपका पार्टनर यह व्यक्त नहीं करता कि वास्तव में उनके दिमाग या दिल में क्या चल रहा है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप उन्हें बेहतर महसूस कराने के लिए कुछ भी पूछना या कुछ भी करना बंद कर दें। आकस्मिक रूप से चीजों को लेने के बजाय जब आपका पार्टनर आपको ये नहीं बता रहा है कि उन्हें क्या परेशान कर रहा है तो यहां आपको चीजें अपने हाथों में लेने की जरूरत है और हर दिन छोटे कदम उठाकर उन्हें दिखाएं कि आप उनकी परवाह करते हैं।
डीप ब्रीथिंग कराएं या टहलने जाएं
जब भी आपके पार्टनर का स्ट्रेस बढ़ जाए, तो उन्हें डीप ब्रीथिंग करने के लिए कहें। करीब 5 मिनट तक डीप ब्रीथिंग लेने से हृदय की गति धीमी हो जाती है, ऐसे में काफी हद तक स्ट्रेस और डिप्रेशन की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। स्ट्रेस से जूझ रहे व्यक्ति के लिए शारीरिक एक्टिविटी बहुत ही जरूरी है। अगर आपका पार्टनर अकेले घूमने या फिर अन्य एक्टिविटी नहीं कर रहा है, तो आप भी उनके साथ घूमने जाएं। उनके साथ टहलें।
नए जीवन और रुचियों को प्रोत्साहित करें
आप जो कुछ भी करते हैं उससे अगर आपके पार्टनर की स्थिति में कोई फर्क नहीं पड़ता है, तो आपको उन्हें दोस्त बनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। अन्य लोगों से मिलना हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और जिस तरह से हम अपने जीवन और परिस्थितियों को देख रहे हैं, उसपर तो इसका और अधिक असर पड़ता है।