03 NOVSUNDAY2024 1:06:04 AM
Nari

Salute! कोरोना संक्रमित परिवारों के लिए इन महिलाओं की नेक पहल, खिला रहीं मुफ्त खाना

  • Edited By Janvi Bithal,
  • Updated: 21 Nov, 2020 01:06 PM
Salute! कोरोना संक्रमित परिवारों के लिए इन महिलाओं की नेक पहल, खिला रहीं मुफ्त खाना

इस कोरोना काल के कठिन समय में हमें एक बात तो बहुत अच्छे से पता लग गई कि आज भी लोगों में इंसानियत जिंदा है। इस कोरोना काल में बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने मदद की और उनकी मदद आज भी जारी है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बिना इस वायरस से डरे लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं और उन्हीं में से एक हैं दिल्ली की ये 10 महिलाएं जो न सिर्फ लोगों की मदद कर रही हैं बल्कि एक नई मिसाल भी पेश कर रही हैं। 

जिस परिवार को हुआ कोरोना वहां पहुंचाती हैं खाना 

दिल्ली की इन 10 महिलाओं की टीम ने एक बहुत ही अच्छे काम की पहल की है। जिन परिवारों को कोरोना हो गया है उन्हें ये महिलाएं खाना पहुंचाती हैं और उनकी इस मुश्किल घड़ी में मदद कर रही हैं। 

इस तरह आया लोगों की मदद का ख्याल 

दरअसल मीडिया रिपोर्ट की मानें तो निशा चोपड़ा के पति को अप्रैल में कोरोना हो गया था जिसके बाद उन्होंने घर में खाने को लेकर काफी दिक्कतों का सामना किया। इसी दौरान निशा के मन में ख्याल आया कि अगर उन्हें इस दौर में इतनी कठिनाइयां आई हैं तो बाकी लोग भी इस दौर से गुजर रहे होगें। निशा की मानें तो वह कहती हैं , ‘ जब मैंने अपने बच्चों को खाना के लिए समस्याओं को झेलते हुए देखा तो मैंने सोचा कि ऐसे कई परिवार होंगे जो इन दिनों ऐसी दिक्कतों से जूझ रहे होंगे, तो मैंने लोगों की मदद करने की ठानी।’

PunjabKesari

पहले किया अकेले काम अब बनाई 10 महिलाओं की टीम 

निशा पहले अपने आस-पास के परिवारों को ही खाना देती थी और उनकी मदद करती थी लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने सोचा कि उन्हें ये काम बड़े लेवल पर भी करना चाहिए इसलिए उन्होंने 10 महिलाओं की एक टीम बनाई। जिसमें खाना बनाने वाली महिलाएं भी शामिल हैं। 

रोजाना 100 घरों तक पहुंचाती हैं खाना 

खबरों की मानें तो इन महिलाओं की टीम रोजाना 100 घरों को पहुंचाती हैं। वो लोगों के घर के बाहर खाना रख कर जाती हैं और उनसे यह भी पूछ लेती हैं कि उनकी जानकारी में कोई ऐसी परिवार और है जिसकी मदद वो कर सकते हैं। 

बच्चे-बुजुर्गों का रखा विशेष ख्याल

निशा और उनकी पूरी टीम उन घरों में खाना देती हैं जहां ज्यादा तर बच्चे व बुजुर्ग हैं ताकि उन्हें किसी भी तरह की कोई समस्या न आए। हम निशा और उसकी पूरी टीम के इस काम को सलाम करते हैं। 

Related News