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World Asthma Day: क्यों मनाया जाता है अस्थमा दिवस, जानिए इसके लक्षण

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 03 May, 2022 10:57 AM
World Asthma Day: क्यों मनाया जाता है अस्थमा दिवस, जानिए इसके लक्षण

आज के दिन पूरे विश्व में वर्ल्ड अस्थमा दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है कि आस्थमा के रोगियों को उजागर किया जा सके। अस्थमा सांस की नली और फेफड़ों के साथ जुड़ी हुई एक खतरनाक बीमारी है। इस बीमारी की यदि समय पर पहचान न कि जाए तो मरीज को जान का खतरा भी उठना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण और बचाव के उपाय के बारे में...

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क्यों मनाया जाता है अस्थमा दिवस 

इस दिन को इसलिए मनाया जाता है ताकि अस्थमा के मरीजों को जागरुक किया जा सके। हर साल इस दिन को मनाने के पीछे कोई न कोई थीम जरुरी रखी जाती है। इस साल की थीम है- ' क्लोजिंग गैप्स इन अस्थमा केयर' (Closing Gaps In Asthma Care)। इस बीमारी के कारण मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है। यह आपके फेफड़ों के वायुमार्ग को प्रभावित करती है। यदि आप शुरुआत में ही इस बीमारी की पहचान कर लें तो इसका इलाज किया जा सकता है। 

अस्थमा के लक्षण 

इस बीमारी में मरीज को सांस लेने की समस्या, खांसी, घरघराहट, सीने में जकड़न जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अस्थमा के दौरान आपकी सांस की नली में सूजन हो जाती है। जिसके कारण आपके सांस की नालिका के पैसेज आपस में सिकुड़ जाते हैं। जैसे ही यह पैसेज आपस में सिकुड़ते हैं तो मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। साथ ही आपकी नालिका के पास कुछ मांसपेशियां होती हैं जो आपस में सिकुड़ जाती हैं।

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अस्थमा के कारण 

अस्थमा का एक कारण है-धूल, मिट्टी। इसके अलावा प्रदूषण, वायलर इंफेक्शन के कारण भी अस्थमा हो सकता है। स्ट्रैस, एंग्जायटी या फिर किसी परेशानी के कारण भी अस्थणमा बढ़ सकता है। मौसम के बदलाव के कारण भी कुछ लोगों में अस्थमा के लक्षण दिख सकते हैं। जिसे सीजनल आस्थमा कहा जाता है। 

कौन सी उम्र के लोगों को होता है अस्थमा

अस्थमा की बीमारी बड़ो से लेकर बच्चों तक की हो सकती है। बचपन में यदि बच्चे को अस्थमा हो जाए तो उसे चाइल्डहुड अस्थमा कहते हैं। यह बीमारी हर किसी उम्र के  व्यक्ति को हो सकती है। 

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कैसे करे बचाव 

अस्थमा से ग्रस्त व्यक्ति को धूल, मिट्टी से बचकर रहना चाहिए। अपने घर में भी मैट, दरवाजे या फिर किसी भी चीज पर धूल न इक्ट्ठी होने दें। किसी भी प्रकार की एलर्जी से बचकर रहना चाहिए। अस्थमा के लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह जरुर लें। बिना एक्सपर्ट्स की सलाह के किसी भी दवाई का सेवन न करें। 

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