भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को उनकी पहली महिला अध्यक्ष मिल चुकी हैं। अजय त्यागी की जगह लेते हुए माधबी पुरी बुच ने सेबी का कार्यभाल संभाला। उन्हें 3 साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया है। यह सेबी के इतिहास में पहला मौका है जब सेबी की कमान कोई महिला संभालेगी।उन्हें न केवल पहली महिला को अपनी अध्यक्ष के रूप में चुना बल्कि महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने वाली वह निजी क्षेत्र की पहली कार्यकारी हैं।
कौन हैं माधबी पुरी बुच?
माधबी पुरी बुच ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज में अपनी शिक्षा पूरी की, जिसके बाद वह IIM अहमदाबाद में एमबीए करने गईं। खबरों के अनुसार, वह ICICI बैंक में प्रोजेक्ट फाइनेंस एनालिस्ट के रूप में शामिल हुईं और 2011 में कार्यकारी निदेशक बनीं। 20 साल पूरे करने के बाद, उन्होंने कंपनी छोड़ दी। फिर, वह सिंगापुर गई और 'ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल एलएलपी' नामक एक निजी इक्विटी फर्म का नेतृत्व किया। साथ ही उन्होंने शंघाई में न्यू डेवलपमेंट बैंक के सलाहकार के रूप में भी काम किया।
2017 में सेबी के साथ हुई शामिल
सेबी के साथ उनका कार्यकाल 2017 में शुरू हुआ, जब वह पहली बार पूर्णकालिक सदस्य के रूप में शामिल हुईं। 2021 में, माधबी ने प्रौद्योगिकी पर काम करने वाली एक नव-निर्मित समिति का नेतृत्व किया। जैसा कि बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा रिपोर्ट किया गया है, 'विनियामक और प्रौद्योगिकी समाधान सलाहकार समिति (एएलईआरटीएस) में बाजार की विसंगतियों का तेजी से पता लगाने के लिए आधुनिक और तकनीकी पहलुओं को देखने वाले सात सदस्य शामिल थे।
घरेलू और वैश्विक बाजार पर नजर रखेंगी माधबी
माधबी का काम सेबी के नए प्रमुख में होगा, जो घरेलू और वैश्विक बाजार से जुड़े कार्य संभालेंगी। इसके अलावा वह एनएसई कोलोकेशन स्कैंडल और एनएसई की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण से जुड़े मामलों की भी जांच करेंगी। इस दायरे में अपने अनुभव के साथ माधबीसे उम्मीदें अधिक हैं। बिजनेस जगत के दिग्गजों और विशेषज्ञों ने इस फैसले की सराहना की है।
दो बड़े घोटालों का कर चुकी हैं खुलासा
बता दें कि इससे पहले सेबी ने अपने कार्यकाल में 2 बड़े बिजनेसमैन टीवी पत्रकारों के शेयर बाजार घोटालों का पर्दाफाश किया था। वहीं, वह दीप इंडस्ट्रीज इनसाइडर ममाले में भी मुख्य भूमिका निभा चुकी हैं।