एडीएचडी (ADHD) यानि अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिव डिसऑर्डर दिमाग से संबंधित रोग है। यह रोग बच्चों और बड़ों दोनों में हो सकता है लेकिन बच्चों में इसके होने की संभावना ज्यादा होती है। बच्चों और बड़ों दोनों में इस रोग के लक्षण अलग-अलग होते हैं। इनको पहचान कर जल्द इलाज और सही डाइट द्वारा जल्द रोग से छुटकारा पाया जा सकता है।
एडीएचडी रोग क्या है ?
इस रोग का शिकार होने पर इंसान का व्यवहार बदल जाता है और याद्दाशत कमजोर होने लगती है। बच्चा किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता खो देता है। लड़कियों से ज्यादा लड़के इस बीमारी का ज्यादा शिकार होते हैं। इसका कारण शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी है लेकिन इसका इलाज भी संभव है।
बच्चों में एडीएचडी के लक्षण
किसी भी काम को सही तरीके से न कर पाना
लापरवाही से हमेशा मामूली गलतियां करना
छोटी-छोटी बातें भूल जाना
हमेशा व्याकुल रहना
नोटबुक व होमवर्क आदि भूल जाना
बहुत ज्यादा शरारती होना
किसी की बात को ध्यान से न सुनना
एडीएचडी का निदान
एडीएचडी कोई साधारण बात नहीं है, बच्चे में इसके लक्षण देखने पर मनोचिकित्सक से जांच करवाना जरूरी है। इसमें बच्चे के मन और दिमाग की स्थिति जानी जाती है। बच्चों में इस समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टरी ट्रीटमेंट दिया जा सकता है। इसका उपचार बिहेवियर थैरेपी से भी किया जा सकता है। इस थैरेपी में बच्चे को डांट से नहीं बल्कि प्यार से समझाना जरूरी है। उसके साथ मारपीट बिल्कुल न करें, उसे गलती के बारे में प्यार से बताएं।
रखें ये अहतियात
बच्चे के कमरे में ज्यादा चीजें न रखें, इससे उनका मन भटकेगा। अगर वह कोई भी अच्छा काम करे तो उसकी सराहना करें। काम के बदले रिवार्ड दें। कभी-कभी उसकी पसंद का खाना खिलाएं और पसंद की जगह पर ले जाएं।
एडीएचडी में ये चीजें हैं फायदेमंद
कुछ जरूरी चीजें बच्चे की डाइट में शामिल करने से जल्द फायदा मिलता है।
शंखपुष्पी
दिमाग को तेज करने के लिए शंखपुष्पी को आयुर्वेद में बहुत कारगर माना जाता है। इसका पाउडर मीठे दूध के साथ बच्चे को खिलाएं। इसका सिरप भी आसानी से बाजार में मिल भी जाता है।
ब्राह्मी
ब्राह्मी भी मानसिक विकार को दूर करने में बहुत मददगार है। एडीएचडी रोगियों के लिए बहुत लाभकारी मानी जाती है।
ओट्स
बच्चे को ओट्स जरूर खिलाएं, इससे फाइबर शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकाल कर भरपूर एनर्जी प्रदान करता है।
भीगे बादाम
रोजाना रात को 5 भीगे बादाम बच्चे को जरूर खिलाएं। इससे बहुत फायदा मिलेगा।