घर बनाने में व्यक्ति अपनी जीवन भर की कमाई लगा देता है। खून-पसीना बहाकर, मेहनत कर सफलता के मुकाम तक पहुंचता है। उसी से जुड़ी कुछ खास बातें आज हम आपको बताने जा रहे हैं जिसका सीधा संबंध आपके घर की सुख-शांति से है। हमारे घर में और उसके आसपास वास्तु से जुड़ी कई ऐसी चीजें होती हैं जिनका संबंध हमारे जीवन से होता है। वास्तु शास्त्र में घर के हर कोने के लिए नियम बताए गए हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर व्यक्ति वास्तु से जुड़ी बातों को ध्यान में रखकर काम करे तो जीवन में सफलताएं उसके कदम चूमती हैं और घर में किसी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का संचार नहीं होता। जिस प्रकार घर के मेन गेट का वास्तु होता है और किचन व मंदिर का वास्तु होता है उसी तरह घर के बाथरूम के लिए भी कुछ वास्तु नियम बताए गए हैं।
न करें ये गलतियां
वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम में साफ-सफाई अत्यंत आवश्यक है। वरना इसके नकारात्मक (Negative) प्रभाव से व्यक्ति कंगाल हो सकता है। वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि लोग घर के बाथरूम में कुछ ऐसी चीजें रखते हैं जो वास्तु दोष का कारण बनती हैं। किसी भी प्रकार के वास्तुदोष से बचने के लिए घर के बाथरूम से यहां बताई कुछ चीजों को तुरंत हटाना जरूरी है। बाथरूम में वास्तु दोष होने से धन हानि के साथ मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तो आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में जिनको हटाना है बेहद अनिवार्य है।
इस बात का रखें पूरा ख्याल
बाथरूम की साफ-सफाई न सिर्फ वास्तु बल्कि शरीर के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। कई लोग यह सोचकर बाथरूम की साफ-सफाई को नजरअंदाज कर देते हैं कि वहां कौनसा ज्यादा वक्त बिताना है, लेकिन यही चूक आपको कंगाल बना सकती है और बीमारियों को दावत देने का काम करती है। साथ ही ऐसा बाथरूम घर में दुखों का कारण बनता है।
चंद्रमा है जल के कारक
ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को जल का कारक माना जाता है और बाथरूम भी जल से संबंधित होता है। कहा जाता है कि बाथरूम में फिजूल पानी बहना कुंडली में चन्द्रमा को कमजोर कर देता है। इसलिए कभी भी नल को खुला न छोड़ें।
बाथरूम के दरवाजे का सही-सलामत होना है अनिवार्य
बाथरूम का दरवाजा श्रतिग्रस्त (damaged) नहीं होना चाहिए। इस तरह के टूटे-फूटे या दरारों वाले दरवाजे लगाने से नकारात्मक उर्जा का संचार होता है। आपको सचेत रहना होगा कि दरवाजा टूटा न हो, अगर ऐसा हो भी तो उसे तुरंत ही ठीक करवा लें। साथ ही साथ उसकी कुंडी भी पूरी तरह से ठीक होना अनिवार्य है।
कभी न छोड़े बाथरूम को गंदा
नहाने के बाद बाथरूम को गंदा छोड़ना अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक इससे दिर्भाग्य का आगमन होता है। इसलिए इस बात को हमेशा ध्यान में रखें कि नहाने के पश्चात कभी भी बाथरूम को गन्दा नहीं छोड़ना चाहिए।
भूलकर भी न करें बाथरूम में अंधेरा
ये बात सुनकर आपको हैरानी हो सकती है कि घर में बने बाथरूम में कभी भी अंधेरा नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा है तो ये आपके जीवन में नकारात्मकता का कारण बन सकता है। लेकिन बाथरूम ऐसी जगह पर होना चाहिए जहां हर वक्त रोशनी रहती हो।
खराब पानी का नल
यदि आपके बाथरूम में ऐसा नल है जिससे पानी टपकता रहता है तो आपको उसे तुरंत हटा देना चाहिए। ऐसा नल घर में धन हानि का कारण बनता है और आपका पैसा व्यर्थ के कार्यों में जाता है।
वास्तु के अनुसार अशुभ है टूटी चप्पल
लोग बाथरूम के भीतर अक्सर चप्पलों का इस्तेमाल करते हैं लेकिन वास्तु के अनुसार कभी भी बाथरूम में टूटी हुई चप्पलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसी चप्पलें घर में नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनती हैं और उससे आर्थिक स्थिति भी डामाडोल होती है।
कभी न रखें बाथरूम में खाली बाल्टी
बाथरूम में खाली बाल्टी कभी भी नहीं रखनी चाहिए। ऐसी बाल्टी घर में दुर्भाग्य लाती है। वास्तु के हिसाब से बाथरूम में बाल्टी में पानी भरकर रखने की सलाह दी जाती है।
टूटा शीशा न लगाएं बाथरूम में
वैसे तो वास्तु की मानें तो बाथरूम में शीशा न लगाना ही सही है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात कि शीशा टूटा हुआ नहीं होना चाहिए और कभी भी टॉयलेट के सामने आपको शीशा नहीं लगाना चाहिए।
महिलाएं रखे इस बात का खास ख्याल
महिलाओं को इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि बाथरूम में पानी में कपड़े भिगोकर कभी नहीं रखने चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन में नेगेटिविटी आती है।