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कितनी तरह की होती है Vaginal Infection, कैसे करें इसका इलाज?

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 22 May, 2021 01:43 PM
कितनी तरह की होती है Vaginal Infection, कैसे करें इसका इलाज?

वैजाइना में इरिटेशन, स्वेलिंग या इंफेक्शन होना आम है लेकिन समस्या ज्यादा समय तक बनी रहे तो गंभीर बीमारी को जन्म दे सकती है। हालांकि वैजाइना इंफेक्शन एक नहीं बल्कि कई तरह की होती है, जिसके लक्षण समय रहते पहचानना और उसका इलाज करवाना बहुत जरूर है। आज अपने इस आर्टिकल में हम आफको यही बताएंगे कि वैजाइना इंफेक्शन कितनी तरह की होती है और उसका इलाज कैसे किया जा सकता है।

कितने तरह के होते हैं वैजाइनल इंफेक्शन?

यीस्ट इंफेक्शन

यीस्ट इंफेक्श एक बहुत ही आम फंगस कैंडिडा की वजह से होने वाला संक्रमण है, जो हॉर्मोलन इंबैलेंस की वजह से होती है। इसके अलावा प्रेगनेंसी, बर्थ कंट्रोल पिल्स, पीरियड्स, डायबिटीज और HIV मरीजों को भी इसका खतरा रहता है।

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बैक्टीरियल वैजिनॉसिस

वैजाइना में गुड बैक्टीरिया लैक्टोबैसिलाई की संख्या कम और गार्डनेरेला बैक्टीरिया बढ़ने पर यह संक्रमण हो सकता है। इसके कारण सफेद पानी जैसा डिस्चार्ज निकल सकता है, जिससे मछली जैसी बदबू आती है।

ट्रायकोमोनियासिस

इंटरकोर्स के दौरान महिलाओं को होने वाला यह सबसे आम इंफेक्शन है, जो ट्रायकोमोनास वैजिनैलिस नाम के पैरासाइट से होता है। इसके कारण वैजाइना में जलन, सूजन और वाल्वा में लालपन हो सकता है। इसके कारण पीला या हरे रंग का डिस्चार्ज निकलता है।

क्लैमिडिया

यह एक सेक्शुएली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन जो वैजाइना में इंफ्लेमेशन के कारण होता है। अगर समय रहते इसका इलाज ना करवाया जाए तो यह सर्विक्स तक फैल सकता है। जबकि कुछ महिलाओं को पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग भी हो सकती है। 26 साल की उम्र के बार हर महिला को एक बार क्लैमिडिया टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।

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गोनोरिया

यह बीमारी नीसीरिया गोनोरिया नाम के एक बैक्टीरिया से होती है, जो असुरक्षित संबंध, ओरल या अप्राकृतिक तरीके से संबंध बनाना, प्राइवेट पार्ट की सफाई ना रखने पर फैलता है। इसके बैक्‍टीरिया मुंह, गले, आंख, योनि तथा गुदा में बढ़ते हैं।

नॉन-इनफेक्शियस वैजिनाइटिस

यह एक तरह की एलर्जी या इंफेक्शन है, जिसके कारण वैजाइना में काफी दिक्कत होती है। यह इंफेक्शन ज्यादातर स्किन सेंटेड पैड्स, खुशबूदार साबुन या फैब्रिक सॉफ्टनर के संपर्क में आने से होती है। अगर आपको जलन, खुजली या लालपन हो तो ऐसी चीजों का इस्तेमाल तुरंत बंद कर दें।

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