हम अकसर लोगों, खासकर महिलाओं के हाथ में कछुए की शेप वाली अंगूठी को पहना हुआ देखते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं लोग इस अंगूठी को क्यों पहनते हैं, अगर नहीं तो आज हम आपकों बतातें हैं कि महिलाओं इस अंगूठी को क्यों पहनती हैं और इसका क्या महत्तव हैं।
ज्योतिषशास्त्र में कछुए की शेप वाली अंगूठी क्या है महत्तव-जानिए
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार रत्न ग्रहों की अशुभता को दूर करने व शुभता के लिए धारण किया जाता है। वास्तुशास्त्र में इसको शुभ बताया गया है, कछुए की अंगूठी पहनने से व्यापार में तरक्की, आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी और सेहत के लिए अच्छा रहता है। ऐसा कहा जाता है यदि आप इसे पहनते हैं तो कभी भी धन की हानि नहीं होती है।
आइए जानते हैं कछुए वाली अंगूठी को लेकर क्या हैं धारणाएं-
विष्णु का कच्छप अवतार है कछुआ-
शास्त्रों के मुताबिक, कछुए को भगवान विष्णु का कच्छप अवतार माना जाता है, बतां दें कि समुद्र मंथन के समय भगवान विष्णु ने कच्छप का अवतार धारण किया था, और कछुए का सीधा संबंध मां लक्ष्मी से भी माना जाता है, क्योंकि माता की उत्पत्ति भी जल से ही हुई थी। मान्यता है कि इसे धारण करने से जीवन में सुख समृद्धि, और धन की कमी नहीं होती।
कछुए वाली अंगूठी को कैसे पहनें?
इस अंगूठी को पहनने से पहले ध्यान रखें कि कछुए की अंगूठी का सिर वाला हिस्सा आपकी ओर होना चाहिए और पीछे का हिस्सा बाहर की ओर होना चाहिए। वहीं, यह भी याद रखें कि इसे पहनने से पहले दूध या दही में भिगाकर मां लक्ष्मी के पास रखें, इसके बाद इसे गंगा जल से शुद्ध करके ही उंगली में पहनें, ऐसा करने से मां लक्ष्मी खुश होती हैं और उनकी कृपा बनी रहती हैं।
कौन सी उंगली में पहनें कछुए वाली अंगूठी-
ज्यादातर लोग इस अंगूठी को किसी भी उंगली में पहन लेते हैं, लेकिन शास्त्रों के मुताबिक, इस अंगूठी को तर्जनी उंगली में ही धारण करें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी।
मां लक्ष्मी के दिन को ही पहनें ये विशेष अंगूठी-
इस विशेष अंगूठी को मां लक्ष्मी के दिन यानि कि शुक्रवार के दिन ही पहनें। शुक्रवार मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है। ऐसे में शुक्रवार का दिन अंगूठी धारण करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
बार-बार उंगली में अंगूठी न घुमाएं-
अकसर लोग अपने हाथों में अंगूठी को घुमाने लगते हैं, ऐसा कई बार महिलाएं किचन में काम के वक्त या खुजली की वजह से करने लगती हैं लेकिन ध्यान रखें कि कछुए की अंगूठी उंगुली में घुमाने से धन मार्ग में रुकावट उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इसे भूलकर भी ना घुमाएं।