हर साल 18 अप्रैल यानी की आज के दिन विश्व विरासत दिवस के रुप में मनाया जाता है। यह दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि दुनिया भर की ऐतिहासिक इमारतों, पुरातात्विक स्थलों और स्मारकों का सरंक्षण करना है। पूरे देश में लोगों को इस बात के प्रति जागरुक करना की इमारते और कुछ पुरातत्व स्थल कितने जरुरी हैं। बहुत से लोग इस बात को नहीं जानते कि भारत में ऐसे 40 देश हैं जिन्हें यूनेस्को के जरिए मान्यता मिली हुई है। विश्व धरोहर के पैमाने की बात करें तो उसमें सांस्कृतिक, प्राकृतिक और मिश्रित संपत्तियों जैसे फैक्टर भी आते हैं। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1983 में हुई थी। आज आपको विश्व हेरिटेज दिवस पर आपको 5 ऐसी साइट्स बताते हैं जो काफी लोकप्रिय हैं...
ग्वालियर फोर्ट
मध्य प्रदेश में ऐसे कई सारे टूरिस्ट स्पॉट हैं जिन्हें आप देखना चाहेंगे परंतु यहां का ग्वालियर फोर्ट देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। इस फोर्ट की खासियत यह है कि यह किला अपनी खूबसूरत वास्तुकला और अपने अलग इतिहास के लिए पहचाना जाता है। ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ इस फोर्ट की खूबसूरती भी लोगों को बहुत ही आकर्षित करती है।
ताजमहल
प्यार की निशानी माना जाने वाला ताजमहल भी दुनिया की टॉप 5 हेरिटेज साइट्स में आता है। भारत की शान और दुनिया के अजूबों में शामिल ताजमहल को 17वीं सदी में मुगल शासक शाह शाहजहां ने अपनी मुमताज के लिए बनवाया था। इसकी खूबसूरती दुनिया भर के लोगों को आकर्षित कर लेती है। ऐसे में अगर आप आगरा जाने का प्लान बना रहे हैं तो ताजमहल जाना न भूलें।
मैसूर पेलेस
कर्नाटक में स्थित शहर मैसूर को भी विश्व धरोहर के रुप में जाना जाता है। इस पैलेस को 1897 से 1912 में बनवाया गया था। यदि आप भारतीय संस्कृति को करीब से जानना चाहते हैं तो मैसूर पैलेस एकदम बेस्ट प्लेस है। इसे अम्बा पैलेस भी कहा जाता है। इसपर की गई वास्तुकला और खूबसूरत गार्डन यात्रियों को और भी आकर्षित करते हैं।
हम्पी
दक्षिण भारत में स्थित हम्पी एक ऐसा गांव है तो जो अपनी ऐतिहासिकता के कारण जाना जाता है। यह गांव कर्नाटक में स्थित है जो भारतीय संस्कृति को अलग तरह से पेश करता है। दक्षिण भारत की यदि आप यात्रा करने की सोच रहे हैं तो हंपी में घूमना न भूलें।
फतेहपुर सिकरी
उत्तर प्रदेश के आगरा के पास स्थित फतेहपुर सिकरी को भी यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट माना जाता है। इस किले का इतिहास मुगल शासक अकबर से जुड़ा हुआ है। इसको बनाने के लिए इस्लामिक, पार्शियन और भारतीय वास्तुकारों ने मिलकर तैयार किया था। इस किले के पास मशहूर टूरिस्ट स्पॉट बुलंद दरवाजा और जामा मस्जिद भी स्थित है।