पहाड़ों पर खुशनुमा मौसम का आनंद लेने लोग हिमाचल प्रदेश के तरफ बढ़ रहे है। शिमला, मनाली, धर्मशाला, कसौली और डलहौजी सैलानियों से गुलजार होने लगे हैं। क्योंकि हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने के बाद कोविड-19 संबंधी पाबंदियां वापस लेने का फैसला किया है लेकिन लोगों को मास्क पहनते रहने और हाथों को धोते रहने की सलाह दी है।
वैसे तो लोग मई जून के समय पहाड़ों की सैर पर निकलते थे, लेकिन इस बार तो मार्च से ही भीड़ बढ़नी शुरु हो गई है। लोगों ने एडवांस में ही बुकिंग करवाना शुरू कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अप्रैल में ही शिमला, मनाली जेसे शहरों में हलचल शुरु हो जाएगी और जुलाई तक वहां भीड़ रहने की उम्मीद है।
एक रिपोर्ट की मानें तो दिल्ली से रोजाना 50 से 60 वोल्वो बसें पर्यटकों को लेकर मनाली पहुंच रही हैं। कसौली, धर्मशाला और डलहौजी भी सैलानियों से गुलजार होने लगे हैं। क्योंकि हिमाचल प्रदेश में कदम रखते ही लोग यहां की वादियों में खो जाते हैं। यहां पर कुछ जगह ऐसी है, जिसकी हवा सैलानियों को दीवाना बना देती है, इसलिए तो लोग गर्मियों में यहां छुट्टियां मनाने पहुंचते हैं।
राज्य राजस्व विभाग के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ ने हाल ही में आदेश पारित करते हुए कहा कि- राज्य में कोविड की मौजूदा स्थिति और संक्रमण दर में कमी आने के साथ स्थिति में सुधार आने तथा महामारी से निपटने में सरकार की तैयारी को देखते हुए ये फैसला किया है कि कोविड-19 निषेध उपायों के लिए आपदा प्रबंधन कानून के प्रावधानों को लागू करने की अब कोई आवश्यकता नहीं है।
आदेश में कहा गया है कि बहरहाल, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की चेहरे पर मास्क लगाने और हाथ की स्वच्छता बनाए रखने समेत कोविड निषेध उपायों पर परामर्श जारी रहेगा। इसके अनुसार, संक्रमण के मामलों में जब भी वृद्धि होगी तो डीडीएमए स्थानीय स्तर पर अति सक्रिय कार्रवाई करने पर विचार कर सकता है।