सर्दियों में बच्चों की सही देखभाल की जरुरत होती है। पेरेंट्स की छोटी सी गलती के कारण बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इस मौसम में बच्चों के शरीर के तापमान को सही बनाए रखना पेरेंट्स की जिम्मेदारी होती है। नए पेरेंट्स के मन में बच्चों को स्वास्थ्य को लेकर कई तरह के सवाल होते हैं कि उन्हें कैसे कपड़े पहनाएं, शरीर के तापमान की जांच कैसे करें, बच्चे को कोई परेशानी न हो। ऐसे में आज आपके इन सवालों की जवाब देते हुए आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि इस मौसम में पेरेंट्स अपने बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रख सकते हैं। आइए जानते हैं....
ज्यादा कपड़े न पहनाएं
कुछ पेरेंट्स बच्चों को सर्दी न लगे इसके चलते उन्हें कई बार ज्यादा कपड़े भी पहन देते हैं। लेकिन ज्यादा कपड़े पहनने के कारण बच्चों को घुटन भी हो सकती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो बच्चों को एक मां ने कपड़े पहने हो बच्चे को उससे एक लेयर ज्यादा कपड़े पहनाएं। इसके अलावा उन्हें बहुत सारी लेयर्स पहनाने की जगह पतले-पतले 2 गर्म कपड़े पहनाएं । इससे बच्चों के शरीर को गर्माहट मिलेगी और वह ज्यादा परेशान भी नहीं होंगे।
मॉइश्चराइजर जरुर लगाएं
बच्चों को आप अपने अनुसार, नहला सकते हैं। बस उनके हाइजीन का ध्यान रखें और स्किन को मॉइश्चराइज करना ना भूलें। मॉइश्चराइज करने से बच्चे की स्किन सॉफ्ट रहती है और ड्राईनेस के कारण होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स दूर होती हैं।
तापमान देखें
बच्चे के शरीर का तापमान देखते रहें। बच्चों के हाथों के हथेली और पैरों के तलवे को छूकर देखें कि वो ज्यादा गर्म या फिर ठंडे न हो। ज्यादा ठंडे तलवे के कारण बच्चों को सर्दी-जुकाम हो सकता है। वहीं बहुत ज्यादा गर्म हथेली भी बच्चों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है।
शरीर को लगने दें थोड़ी हवा
सर्दी के मौसम में बहुत ज्यादा कपड़े पहनने के कारण भी बच्चों का शरीर गर्म हो जाता है जिसके कारण वह रोते हैं उनकी स्किन लाल हो जाती है। ऐसे में आप उनकी इस स्थिति को बुखार न समझें बच्चे के शरीर में से कपड़ों की कुछ लेयर्स कम करें और उनके शरीर को थोड़ी हवा जरुर लगने दें।
इस बात का भी रखें ध्यान
ऊनी कपड़े बच्चों की स्किन पर एलर्जी का कारण बन सकते हैं। ऐसे में कोशिश करें कि ऊनी कपड़े सीधी तौर पर उनके शरीर को न छुएं। आप चाहें तो किसी कॉटन के कपड़े के ऊपर बच्चे को ऊनी कपड़े पहना सकते हैं।