आज जैन धर्म का सबसे पवित्र त्योहार महावीर जयंती मनाई जा रही है। महावीर जयंती भगवान महावीर के जन्मदिन के रुप में मनाई जाती है। इस दिन भगवान महावीर जो कि जैन धर्म के 24वें तीर्थकर भगवान हैं उनका जन्मदिवस होता है। भगवान महावीर जी को वर्धमान के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें जैन धर्म के मूल सिद्धांतों की स्थापना करने वाला भी माना जाता है। ऐसे में यह दिन जैन धर्म के लोगों के लिए बहुत ही खास होता है। 30 वर्ष की उम्र में भगवान महावीर ने अपने सिहांसन को छोड़ बाकी सारा बचा हुआ जीवन एक तपस्वी रुप में व्यतीत किया। आज आपको भगवान महावीर के जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर उनके कुछ महत्वपूर्ण विचार बताते हैं जो आपका जीवन बदल देंगे। तो आइए जानते हैं इनके बारे में...
मोक्ष प्राप्त करने के लिए बताए पांच नियम
भगवान महावीर ने मनुष्य को मोक्ष प्राप्त करने के लिए पांच नियम बताए हैं। इन पांच नियमों को पंच सिद्धांत भी कहते हैं। यह पांच सिद्धांत हैं अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, सत्य और अपरिग्रह।
ये हैं भगवान महावीर के अनमोल विचार
. खुद पर विजय प्राप्त करो क्योंकि यह चीज लाखों शत्रुओं पर जीत हासिल करने से कई गुणा बेहतर है।
. हर आत्मा खुद में आनंदमय और सर्वज्ञ है। खुशी हमारे अंदर ही है इसको बाहर ढूंढने का प्रयास न करें।
. हर एक जीवित प्राणी के ऊपर दया करो। क्योंकि घृणा करने से केवल सिर्फ विनाश ही होता है।
. सारे मनुष्य अपने स्वंय के दोष की वजह के कारण दुखी होते हैं और वे खुद अपनी गलती को सुधार कर खुश भी हो सकते हैं।
. ईश्वर का कोई अलग अस्तित्व नहीं है। बस एक सही दिशा में अपना पूरा प्रयास करके आप देवताओं को पा सकते हैं।
. खुद से लड़ो, बाहरी दुश्मन से क्यों लड़ना? वह जो स्वंय पर विजय प्राप्त करेगा उसे आनंद की प्राप्ति होगी।
. अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है। अत: हमें जियो और जीने दो के संदेश पर कायम रहना चाहिए।