शादी से पहले दुल्हन को हल्दी लगाने की परंपरा भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण रस्म मानी जाती है। हल्दी के बाद शादी की बाकि रस्में शुरु होती हैं. ये एक ऐसी परंपरा है जो सालों से चली आ रही है। ऐसा माना जाता है शादी से पहली हल्दी का रंग दुल्हा-दुल्हन पर चढ़ता है जिससे उनका रुप और निखरता है। चलिए जानते हैं दुल्हन को हल्दी लगाने के फायदे।
हल्दी लगाने के पीछे कारण
- हल्दी को शुभ और पवित्र माना जाता है। इसे लगाने का मुख्य उद्देश्य दुल्हन को किसी भी नकारात्मक ऊर्जा से बचाना और उसे शुद्ध करना होता है।
- हल्दी का रंग पीला होता है, जो कि भारतीय त्वचा पर चमकदार और सुन्दर दिखाई देता है। हल्दी लगाने से त्वचा का रंग निखरता है और दुल्हन की त्वचा पर प्राकृतिक चमक आती है।
- हल्दी रस्म के दौरान दुल्हन के परिवार के सदस्य और मित्र उसे हल्दी लगाते हैं। यह रस्म रिश्तों की मिठास और आपसी स्नेह को दर्शाता है।
दुल्हन के चेहरे पर हल्दी का असर
प्राकृतिक चमक
हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ बनाते हैं। इसे लगाने से दुल्हन की त्वचा पर एक प्राकृतिक चमक आ जाती है।
मुंहासे और दाग-धब्बों से मुक्ति
हल्दी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण मुँहासे और अन्य त्वचा समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। इससे दुल्हन का चेहरा साफ और निर्दोष दिखाई देता है।
त्वचा को मुलायम बनाना
हल्दी का उपयोग त्वचा को मुलायम और कोमल बनाने में भी किया जाता है। इससे दुल्हन की त्वचा शादी के दिन नरम और चमकदार होती है।
तनाव में कमी
हल्दी का लेप लगाने से त्वचा को ठंडक मिलती है, जिससे दुल्हन को तनाव से राहत मिलती है। यह उसकी मानसिक स्थिति को शांत और संतुलित बनाए रखता है।इस प्रकार, हल्दी लगाना न केवल एक धार्मिक और सांस्कृतिक रस्म है, बल्कि यह दुल्हन के सौंदर्य और स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है।