गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जब एक महिला को हर चीज के बारे में आराम और आश्वासन महसूस करने की जरूरत होती है। ऐसे में बॉडी शेमिंग या प्रसव दर्द के बारे में चर्चा करना उन्हें पैनिक अटैक देने जैसा है, जो उनकी सेहत पर भी बुरा असर डाल सकता। यही लोगों द्वारा की गई कुछ बातें महिलाओं को तनावग्रस्त कर सकती हैं, जो सिर्फ मां ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी हानिकारक है। यहां हम आपको 7 ऐसी बातों के बारे में बताएंगे, जो एक गर्भवती महिला को नहीं कहनी चाहिए।
बॉडी शेमिंग ना करें
सबसे बुरी चीज जो अक्सर लोग कहते हैं वो शरीर को शर्मसार करना है। जब कोई महिला एक बच्चे को जन्म देने वाली होती है तब उसके वजन, आकार और शरीर को लेकर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। ऐसी बातें उन्हें तनाव में डाल सकती हैं।
तुम्हारा प्रेगनेंसी ग्लो कहां है?
कभी भी प्रेग्नेंट वुमन्स के फेस ग्लो को लेकर कोई टिप्पणी न करें। गर्भावस्था के हार्मोन के लिए प्रत्येक महिला का शरीर अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है और अगर आप उनके चमक नहीं देखते तो उन्हें इसके बारे में बुरा महसूस न करवाएं।
WOW... लगता है तुम्हें ट्विन्स होंगे
आपको इसके बारे में टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है। महिलाएं अपने बंप को लेकर पहले से ही एक खास तरह का दबाव महसूस करती हैं।
डाइट को लेकर कुछ भी ना कहें
गर्भवती महिला जानती है कि उसके बच्चे के लिए सबसे अच्छा क्या है और क्या नहीं। उसे एक कप कॉफी-चाय या आइसक्रीम ना खाने के लिए दोषी महसूस कराने की जरूरत नहीं है।
अपनी प्रेगनेंसी को एंजॉय करें
मां बनना किसी भी महिला के लिए आसान नहीं होता।इस समय उसके दिमाग में पहले से ही बहुत कुछ चल रहा है। प्रसव का दर्द का तनाव से लेकर वजन बढ़ने तक, एक गर्भवती महिला शारीरिक और भावनात्मक रूप से बहुत कुछ महसूस करती है। ऐसे में उसे ऐसे शब्द कहना सही नहीं है।
बच्चे पैदा करने के लिए आप बहुत छोटी/बूढ़ी हैं
चाहे उम्र 20 हो या 40... महिलाओं के लिए मां बनने की कोई सही उम्र नहीं होती। किसी भी उम्र में बच्चा होना एक खूबसूरत अनुभव होता है। अगर कोई महिला गर्भवती हैं तो शायद वे जानती हैं कि वे क्या कर रही हैं।
आप कब तक शेप में वापिस आने का प्लान बना रही हैं?
महिलाओं को किसी भी आकार या रूप में अपने शरीर को गले लगाने का पूरा अधिकार है। वह प्रेगनेंसी के बाद शेप में आना चाहती है या नहीं... ये सिर्फ उसका फैसला है।