कैंसर गंभीर बीमारियों में से एक है। आज भी भारी गिनती में लोग इस बीमारी से जुझ रहे हैं। शरीर का जो हिस्सा इसकी चपेट में आता है, वह उसी नाम से जाना जाता है। उदाहरण के तौर पर मुंह का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, स्किन कैंसर आदि। इस बीमारी से बचने के लिए अभी तक पूरी तरह से कोई सही इलाज नहीं मिल पाया है। मगर फिर भी इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान कर इसपर काबू पाया जा सकता है। ऐसे में भी हर साल दुनियाभर में इस बीमारी के प्रति सभी को जागरूक करने के लिए हर साल 4 फरवरी को 'World Cancer Day' मनाया जाता है। तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में कैंसर के कुछ शुरुआती संकेतों के बारे में बताते हैं, ताकि इन्हें पहचान कर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके इस गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बचा जा सके।
1. बार-बार सांस चढ़ना
लगातार काम करने व तेज दौड़ने से सांस फूलने की परेशानी होती है। मगर बहुत से लोगों को बिना कारण ही सांस चढ़ने लगती है। ऐसे में यह कैंसर होने की ओर एक इशारा करता है। इसलिए सांस फूलने व ठीक से सांस लेने में परेशानी आने पर फौरन डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
2. कम या ना के बराबर भूख लगना
अक्सर हर किसी को पाचन से जुड़ी परेशानी होती है। साथ ही हमारी भूख पाचन तंत्र से संबंध रखती है। ऐसे में पाचन क्रिया खराब होने से भूख भी कम लगने लगती है। मगर यह समस्या लगातार कई दिनों तक रहना किसी खतरे से कम नहीं माना जा सकता है। ऐसे में इसे नजरअंदाज करने की जगह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने में ही भलाई है। असल में, भूख का कम लगता कैंसर का शुरुआती लक्षण माना जाता है।
3. लगातार खून बहने की समस्या होना
यूरिन, शौच, थूकने पर खून आना भी कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है। इसलिए ऐसी कोई परेशानी होने पर अलर्ट होने की जरूरत है। इसके लिए जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क करके इस समस्या से छुटकारा पाएं।
4. लंबे समय तक सर्दी-खांसी ठीक ना होना
बदलते मौसम में सर्दी, खांसी व जुकाम होना आप बात है। मगर दवाई लेने के बावजूद या 3-4 चार दिनों में अगर यह ठीक ना हो तो सावधान होने की जरूरत है। असल में, इस तरह लंबे समय तक सर्दी, खांसी की समस्या रहना कैंसर का शुरुआती लक्षण माना जाता है। इसलिए बिना देर किए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
5. घाव जल्दी ना भरना
आमतौर पर शरीर पर चोट लगने से उसके घाव 2-3 दिनों में भर जाते हैं। मगर कई बार चोट को ठीक होने में समय लगता है। ऐसे में बहुत से लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं। मगर असल में यह कैंसर का शुरूआती संकेत होने से चिंता का विषय माना जाता है। इसलिए इसे नजरअंदाज करने की जगह पर तुरत डॉक्टर से सलाह लें।