माइग्रेन एक ऐसी समस्या है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। इसकी वजह से सिर में झनझनाहट और तेज दर्द होता है। बता दें कि माइग्रेन का दर्द सबसे अधिक माथे के क्षेत्र को प्रभावित करता है। इसके अलावा यह सिर के एक तरफ या दोनों तरफ शिफ्ट हो सकता है। इस तरह की समस्या 3-4 घंटे में ठीक हो जाती है। कुछ लोगों में यह कुछ दिनों तक भी बनी रह सकती है। ऐसे में इससे छुटकारा पाने के लिए अपनी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करें जिससे की दर्द से राहत मिल सके। तो आए जानते है बिना दवा के खाद्य पदार्थों के माध्यम से माइग्रेन को कंट्रोल करने का तरीका
अदरक
डॉक्टरों कहते है कि अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसका कई रूपों में सेवन किया जा सकता है, जैसे कि अदरक की चाय, अदरक ऑयल या अदरक के सप्लीमेंट।
पालक
माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए आप पालक का सेवन कर सकते है। क्योंकि पालक मैग्नीशियम और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होती है। जो माइग्रेन के दर्द को रोकने के साथ साथ उसे कंट्रोल करती है। आप खाने मेंपालक का सेवन जरूर करें।
शकरकंद
माइग्रेन की आवृत्ति और गंभीरता को कम करने आप अपनी डाइट में शकरकंद का सेवन करें। क्योंकि शकरकंद विटामिन बी 6 से भरपूर होता है। इसे उबालकर या भून कर जरूर खाएं।
चेरी
माइग्रेन को रोकने में चेरी की अहम भूमिका है। क्योंकि चेरी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं। चेरी बेहद स्वादिष्ट फल है, जिसे आप मिड मील स्नैक्स के रूप में ले सकती हैं।
हल्दी
औषधीय मसालों में शामिल हल्दी में करक्यूमिन होता है जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों वाला एक यौगिक है। यह भी माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकती है। अपनी हर रोज की दाल-सब्जी में हल्दी को शामिल कर आप इस दर्द से उबर सकती हैं।
पेपरमिंट
पेपरमिंट में कूलिंग इफेक्ट होता है, जो सिरदर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसका सेवन पेपरमिंट टी के रूप में या पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल को सूंघकर किया जा सकता है।