पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को सेहत संबंधी परेशानियां ज्यादा होती हैं। जब खाने में पौष्टिक तत्वों की कमी हो तो इसका असर उनकी प्रजनना क्षमता पर भी पड़ता है। इससे गर्भधारण करने में भी परेशानी आने लगती है। अगर आहार का खास ख्याल रखा जाए तो प्रजनन क्षमता में सुधार हो सकता है। मिनरल्स और विटामिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर चीजें खाने से एग क्वालिटी में सुधार हो सकता है। चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताते हैं, जो फर्टिलिटी पॉवर बढ़ने में मदद कर सकते हैं।
डाइट में जरूर लें ये पोषक तत्व
हार्मोन की सक्रियता को बढ़ाने के लिए मैग्नीशियम, विटामिन बी, जिंक, विटामिन डी, विटामिन ई और फोलिक एसिड जैसे तत्व जरूर लें।
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां प्रजनन अंग को स्वस्थ बबनाती है। वहीं, इनमें आयरन, फोलिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्व होते हैं, जो महिला को गर्भधारण में मदद करते हैं।
दालें और बीन्स
फर्टिलिटी संबंधी कमी दूर करने के लिए आयरन से भरपूर आहार का सेवन करें। इस कमी का ओव्यूलैशन की प्रक्रिया पर असर पड़ता है। साबुत अनाज, बीन्स आदि को अपने आहार में जरूर शामिल करें। इससे अनियमित पीरियड्स की समस्या भी दूर हो जाती है।
मछली
जो महिलाएं गर्भधारण की कोशिश कर रही हैं, उन्हें आपने खाने में साल्मन, टुना और मैकरल जैसी मछलियां शामिल करनी चाहिए। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मछली में एंटी-इंफ्लेमटरी तत्व भी होते हैं जो एग की क्वालिटी में सुधार करने में मददगार है।
अंडा
प्रोटीन युक्त आहार हेल्दी ह्यूमन एग का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इससे गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती हैं। प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में अंडे शामिल करें। इसका पीला भाग निकाल कर खाने से फायदा होता है। इससे विटामिन डी की कमी भी पूरी होती है।
केला
महिलाओं को रोजाना 2 केेले खाने चाहिए। इससे विटामिन बी 6 की कमी पूरी हो जाती है। इससे गर्भपात की संभावना बहुत कम हो जाती है। पीरियड्स से जुड़ी कोई परेशानी को भी इससे राहत मिलती है।
केल (Kale)
एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर केल एग को फ्री रैडिकल के नुकसान से बचाता है। यह एस्ट्रोजन लेवल को सही रखने में सहायता करता है। गर्भधारण में किसी तरह की कोई परेशानी हो रही है तो सलाद में केल का सेवन जरूर करें
शराब और धूम्रपान से बचें
इसके अलावा अगर आप फर्टिलिटी पॉवर बढ़ाना चाहती हैं तो धूम्रपान और शराब से दूरी बनाकर रखें। इसका सेवन गर्भधारण की क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे कंसीव करने में दिक्कत आती है।