किसी घर में अनबन होना आम बात है, लेकिन ये विवाद celebrities के घर में हो तो सूर्खियां बनना तो लाजिमी है। आज हम आप मिलाएंगे बॉलीवुड की ऐसी देवरानी-जेठानी से , जिसके रिश्तों में सालों पहले कड़वाहट आ गई थी। हम बात कर रहे हैं तो कपूर खानदान की बहुएं नीतू कपूर- बबीता कपूर की। इनके बीच काफी सालों से अनबन चल रही थीं, हालांकि अब दोनों के रिश्ते काफी सुधर चुके हैं।
क्या थी रिश्ता बिगड़ने की वजह?
दरअसल, रणधीर कपूर ने बबीता शिवदासानी से साल 1971 में शादी की थी। वहीं नीतू इस फैमिली की बहू साल 1980 में बनी थी। तभी से दोनों देवरानी-जेठानी के बीच के रिश्ते कुछ खास अच्छे नहीं रहे हैं। दोनों के बीच की तकरार तब बढ़ी जब करिश्मा कपूर की शादी में नीतू कपूर नहीं पहुंची थी। इसके बाद जब साल 2007 में नीतू कपूर की इकलौती बेटी रिद्धिमा कपूर की शादी हुई तो इसमें ना तो बबीता पहुंची और ना ही करिश्मा और करीना शादी का हिस्सा बनी। इस वजह से इस देवरानी-जेठानी के रिश्ते का मनमुटाव जग जाहिर हो गया था।
बाद में और भी बिगड़ गई बात
फिर बात तब और बढ़ गई जब नीतू की मां राजी ने दुनिया को अलविदा कह दिया था और उनके अंतिम संस्कार में ना तो बबीता शामिल हुई और ना ही उनकी दोनों बेटियां। जिसके बाद नीतू और बबीता का रिश्ता और ज्यादा बिगड़ गया। हालांकि जानकारी के अनुसार बबीता और नीतू का रिश्ता तब कुछ संभल गया जब करीना कपूर और सैफ अली खान की शादी हुई। इस शादी के बाद कई बार कपूर फैमिली के फंक्शन में नीतू और बबीता को साथ देखा गया है।
ऐसे सवारें रिश्ता
दोस्त बनकर रहें
आपको अपनी देवरानी या जेठानी के साथ दोस्त बनकर रहना चाहिए ताकि आपका रिश्ता मजबूत बन सके। वैसे देखा जाए तो नए घर में जेठानी ही तो नई दुल्हन की दोस्त की तरह ही होती है। नई नवेली दुल्हन के लिए जेठानी-देवरानी का रिश्ता सबसे अहम होता है। आप अपनी देवरानी या जेठानी के साथ बातों को शेयर करेंगी तो उन्हें भी आपके साथ बात करने का मन होगा और वह अपने मन की बात आपके सामने रखना पसंद करेंगी। इससे आप दोनों के रिश्ते में मिठास आएगी और आप खुद भी अपनी देवरानी या जेठानी के साथ तालमेल बिठा पाएंगी।
दूरियां करें कम
देवरानी या जेठानी को अगर आप कम समय देंगी तो आपका रिश्ता कमजोर हो जाएगा और इससे आपके रिश्ते में दरार भी आ जाएगी। आपको अपनी देवरानी या जेठानी को समय देना चाहिए ताकि आप उनके साथ मिलजुल कर रहें और आपको उनकी इच्छाओं और जरूरतों का भी सम्मान करना चाहिए ताकि आपको यह भी पता रहे कि उनके मन में ऐसी कौन-कौन सी इच्छाएं हैं जिन्हें वो पूरा करना चाहती हैं। इसके अलावा आपको छोटी-छोटी बातों पर बहन भी नहीं करनी चाहिए।