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Nari

Pillow की भी होती है है एक्सपायरी डेट, पुराना तकिये  शरीर के अहम हिस्से को कर देता है खोखला

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 14 Oct, 2025 04:46 PM
Pillow की भी होती है है एक्सपायरी डेट, पुराना तकिये  शरीर के अहम हिस्से को कर देता है खोखला

नारी डेस्क:  एक ऑर्थोपेडिक सर्जन ने हाल ही में बताया कि हमारे बेडरूम में रोज़ इस्तेमाल होने वाली एक चीज तकिया (Pillow) का भी एक एक्सपायरी डेट होता है।अगर इसे लंबे समय तक बिना बदले इस्तेमाल किया जाए, तो यह गंभीर फेफड़ों के संक्रमण (lung infection) का कारण बन सकता है।
 

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क्यों होता है तकिए का एक्सपायरी डेट?

डॉक्टरों के अनुसार, तकिए के अंदर समय के साथ धूल, पसीना, डेड स्किन सेल्स और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। ये सूक्ष्म जीवाणु और धूल के कण डस्ट माइट्स (Dust Mites) कहलाते हैं, जो सांस लेने के दौरान फेफड़ों में जा सकते हैं। इससे एलर्जी और अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं, फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है।  कुछ मामलों में यह घातक फेफड़ों के संक्रमण (Deadly lung infection) तक पहुंच सकता है। इससे नींद की गुणवत्ता भी घट जाती है और गर्दन-दर्द या पीठ-दर्द जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। 
 

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कब बदलना चाहिए तकिया?

विशेषज्ञों के अनुसार हर 1.5 से 2 साल में तकिया बदलना चाहिए।  हर  3 से 6 महीने में तकिया धोना या उसके कवर को बदलना ज़रूरी है। अगर तकिया अपना आकार खो दे या उसमें बदबू आने लगे, तो तुरंत बदल दें। डॉक्टरों का कहना है कि  पुराने तकिए में लाखों सूक्ष्म धूल-कण और फफूंद जमा हो सकते हैं। ये धीरे-धीरे शरीर में सांस के जरिए जाकर संक्रमण और सांस की बीमारियों का कारण बनते हैं। साफ-सफाई और तकिया बदलने की आदत से आप कई बीमारियों से बच सकते हैं।”

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