सूर्य ग्रहण जब भी लगता है तो विशेष तौर पर लोगों को आंखों का बचाव करने की सलाह दी जाती है। इस दिन विशेष गर्भवती महिलाओं को भी सावधान रहने की जरूरत होती है। मगर इन सब के साथ-साथ सूर्य ग्रहण का असर आपके शरीर और मन पर भी पड़ता है। सूर्य ग्रहण लगने तक कई लोगों को स्वास्थय और मन संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से...
क्या है वजह?
मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण चंद्र ग्रहण से अधिक असरदार होता है। शास्त्रों में भी सूर्य ग्रहण के दौरान खान-पान से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। सूर्य ग्रहण से निकलने वाली तेज किरणें जहां आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं, वहीं यह आपके शरीर में प्रवेश कर जाने से पेट खराब, तन और मन को सु्स्त कर देती है।
पाचन शक्ति होती है कमजोर
ग्रहण के दौरान कुछ लोगों की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है, ऐसे में तभी इस दौरान शास्त्रों द्वारा हल्का भोजन करने की सलाह दी जाती है। कोशिश करें सूर्य ग्रहण के दौरान हमेशा फलों का ही सेवन करें, फ्राइड और बाहरी चीजों का सेवन तो बिल्कुल भी न करें, यह आपकी सेहत पर बहुत बुरा असर डाल सकता है।
आंखों को नुकसान?
सूर्य ग्रहण के दौरान सूरज से कुछ ऐसी किरणें निकलती हैं, जो आंखों पर बुरा असर डालती हैं। यह आपकी आंख के रेटिना को धवस्थ भी कर सकती हैं। जिस वजह से आंखो के आगे हमेशा एक काला बिंदू बना रहता है, कई बार अंधेपन की समस्या भी आ जाती है। तभी कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण को हमेशा चश्मा डालकर ही देखें। नग्न आंखों से सूर्य ग्रहण देखने से बच्चों की आंखों पर सबसे अधिक बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में सूर्य ग्रहण के दौरान बच्चों को घर से बिल्कुल भी बाहर न निकलने दें।
प्रेगनेंट महिलाएं
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बहुत सावधान रहना चाहिए, इस बारे में शास्त्रों के साथ-साथ वैज्ञानिक प्रमाण भी दिए जाते हैं। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान स्नान जरूर करना चाहिए, यह मां और बच्चे दोनों के लिए लाभदायक सिद्ध होता है। गर्भवती स्त्री ग्रहण के दौरान घर के अंदर ही रहे तो बेहतर होता है, सूरज की तेज किरणें शरीर पर पड़ने से बच्चे के स्वास्थय पर बुरा असर डाल सकती हैं।
स्किन के लिए नुकसानदायक
कोशिश करें ग्रहण के दौरान घर से न निकलें, और अगर किसी मजबूरी के कारण घर से निकलना पड़ता है तो पूरी बॉडी को कवर करके ही घर से निकलें और चेहरे, हाथ और पांव पर सनस्क्रीन लोशन लगाना न भूलें।
मूड खराब
ग्रहण लगने तक लोगों के स्वभाव में लगातार परिवर्तन बना रहेगा। सूर्य ग्रहण से थकान या सुस्त की भावना पैदा हो सकती है। कुछ लोग खुद में यह बदलाव पिछले तीन-चार दिनों से महसूस कर रहे हैं, सूर्य ग्रहण तक यह बदलाव यूं ही चलता रहेगा। उसके बाद धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य होने लगेंगी।