सर्दियां शुरू होते ही सबसे ज्यादा परेशान गठिया, जोड़ दर्द या आर्थराइटिस से पीड़ित मरीजों को होती है। दरअसल, कम तापमान और धीमी ब्लड सर्कुलेशन के कारण हड्डियों व मांसपेशियों का दर्द इस कद्र बढ़ जाता है कि ऐसे मरीजों का उठना-बैठना तक मुश्किल हो जाता है। सबसे ज्यादा परेशान उम्रदराज लोगों को झेलनी पड़ती है। हालांकि कुछ आसान से टिप्स को फॉलो करके आप इस दर्द से राहत पा सकते हैं।
सर्दी में इसलिए बढ़ जाता है जोड़ व हड्डियों का दर्द
. खून का तापमान कम होना
. जोड़ों की रक्तवाहिनियां यानी ब्लड वेसल्स का सिकुड़ना
. त्वचा अधिक ठंडी होना
. रुमेटाइड आर्थराइटिस के कारण
. बुढ़ापे में हड्डियों का लुब्रिकेंट कम होना
. कैल्शियम व विटामिन डी की कमी
शरीर को रखें गर्म
शरीर को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़े पहनें। हथेली और घुटनों को एक्स्ट्रा लेयर से कवर करें। पैरों में मोजें पहनकर रखें।
गर्म तासीर वाली डाइट लें
तापमान कम ना हो इसके लिए शरीर को अंदर से गर्म रखें। इसके लिए सुखे मेवे, बीन्स, सोंठ के लड्डू, तेजपत्ता, बड़ी इलायची, मुनक्का, ब्रोकली, दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां, तिल के बीज, अंजीर, सोया, बादाम दूध आदि चीजें खाएं। इनकी तासीर गर्म होती है, जो शरीर को ठंडा नहीं होने देती।
बॉडी को करे हाइड्रेट
हाइड्रेट करने से शरीर ज्यादा एक्टिव रहता है। ऐसे में सर्दी के मौसम में भी भरपूर पानी पीएं। साथ ही जूस, स्मूदी, चिकन सूप, वेजिटेबल सूप आदि पीएं।
वजन करें मेंटेन
आर्थराइटिस मरीजों को वजन हमेशा कंट्रोल रखना चाहिए। इसके लिए योग, गिद्घासन, प्राणायाम, कार्डियो, वेट लॉस ट्रेनिंग करें। साथ ही मसालेदार, जंप व प्रोसेस्ड फूड्स से परहेज रखें और हैल्दी डाइट लें।
गर्म पानी से नहाएं
गर्म पानी से नहाने पर जोड़ और मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द भी कम होता है। ध्यान रखें कि शरीर के तापमान को नॉर्मल होने में समय लगता है इसलिए कोल्ड टेंपरेचर से निकलकर तुरंत गर्म पानी से ना नहाएं।
विटामिन-डी
सर्दियों में कम से कम 15 मिनट धूप लेने से शरीर को पर्याप्त विटामिन-डी मिल जाएगा। साथ ही विटामिन डी के लिए अंडे, मशरूम, फैटी फिश, दूध या डेयरी प्रोडक्ट्स खाएं।
घंटों तक एक ही पोजीशन में ना बैठें
लगातार एक ही कुर्सी पर कंप्यूटर के आगे बैठे रहने से भी जोड़ अकड़ जाते हैं। ऐसे में ऑफिस में हर 30 मिनट या 1 घंटे बार घूमे-फिरें, शरीर को स्ट्रेच करें।
हाई हील्स ना पहनें
महिलाएं ध्यान दें कि हाई हील्स आपके दर्द को बढ़ा सकती है इसलिए इसकी बजाए फ्लैट फुटवियर्स या शूड पहनें। ऊंची हील्स से एड़ी, घुटने और पिंडलियों के साथ कमर पर भी प्रेशर पड़ता है, जिससे दर्द होने लगता है।