26 APRFRIDAY2024 9:47:47 AM
Nari

कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन कंपनियों ने उठाया यह कदम

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 21 Mar, 2020 11:39 AM
कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन कंपनियों ने उठाया यह कदम

कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को हिल कर रख दिया है। ऐसे में इससे बचने के लिए लोगों को अपने अपने आसपास की खास सफाई रखने को कहा जा रहा है। इसके लिए हर घंटे हाथों को साबुन के धोने की सलाह दी जा रही है। ताकि बैक्टीरिया के हाथों पर जमने का खतरा कम हो सके। तो ऐसे में इस मुश्किल भरी घड़ी में साबुन उत्पादक कंपनियां भी अपना विशेष योगदान देने के लिए आगे आ रही है। 

कौन सी कंपनियां दे रही है योगदान?

बता दे, हिंदुस्तान यूनिलीवर ,गोदरेज कंज्यूमर और पतंजली जैसी एफएसीजी कंपनियों ने कोरोना वायरस के इस बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अपना योगदान देने की कोशिश की है। 

किन चीजों की कीमत हुई कम?

इन कंपनियों ने साबुन और साफ-सफाई अन्य चीजों को कम दाम पर बेचने का फैसला लिया हैं। हिंदुस्तान यूनीलीवर ने कोरोना वायरस को से सभी को बचाने के लिए 100 करोड़ रुपय को तौर पर अपना योगदान देने का समर्थन किया है। 

Image result for handwash woman pic,nari

कितने प्रतिशत कम हुए दाम?

कंपनी के अनुसार, लोगों की सुरक्षा के लिए लाइफबॉय सैनिटाइजर, लाइफबॉय लिक्विड हैंडफॉश और घर की साफ-सफाई में काम आने वाली चीजोें को 15 प्रतिशत कम दाम में बेचने का ऐलान किया हैं। 

Image result for sanitizer woman pic,nari

कब मिलेगा कम दाम में ये चीजें?

कंपनी के मुताबिक इन चीजों को कम दाम में जल्दी ही बेचा जाएगा। ये चीजे अगले एक हफ्ते तक मार्किट में बिकने  के लिए मिलने लगेगी। कंपनी ने समाज की भलाई और सुरक्षा के लिए जरुरतमंद लोगों को आगे के कुछ महीनों के लिए 2 करोड़ लाइफबॉय साबुन बांटने का फैसला किया है। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंधक निर्देशक संजीव मेहता के अनुसार कंपनियों को इस मुसीबत के लिए बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। इसके साथ ही वह बताते है कि, वह सरकार और अपने साथी सहयोगियों के साथ मिलकर इस काम में जुट गए है ताकि इस मुसीबत से जल्द से जल्द राहत पाई जा सके।

Image result for sanitizer woman pic,nari

साबुन के दाम में कितना होगी कमी?

बात अगर पतंजली कंपनी की करें तो उन्होंने भी ऐलोवेरा, हल्दी- चंदन से बने साबुन की कीमतों में 12.5 प्रतिशत कम दाम में बेचने का फैसला किया है। इसके अलावा गोदरेज कंपनी वालों ने साबुन बनाने के कच्चे सामान को खरीदने में लगने वाली कीमत को लोगों से न लेने का फैसला किया है। 
 

लाइफस्टाइल से जुड़ी लेटेस्ट खबरों के लिए डाउनलोड करें NARI APP

Related News