बॉलीवुड के दिग्गज स्टार राज बब्बर पर्दे में जितना सराहे गए, उतना ही अपनी निजी जिंदगी के लिए भी चर्चा में रहे। दरअसल, उन्हें दो बार प्यार हुआ और इस दो बार प्यार ने उनकी जिंदगी में उथल-पुथल भी मचाई थी। पहली बार वह नादिरा बब्बर के प्यार में पड़े थे और दूसरी बार मुंबई की फेमस एक्ट्रेस स्मिता पाटिल के।
स्मिता पाटिल भी शादीशुदा राज के प्यार में ऐसा पड़ी थी कि उनके साथ ही लिव-इन में रहने लगी थी हालांकि स्मिता की मां कभी नहीं चाहती थी कि उनकी बेटी किसी का बसा बसाया घर तोड़े लेकिन कहते हैं कि जो किस्मत में हो उसे कोई नहीं बदल सकता। कुछ ऐसा ही हुआ स्मिता पाटिल के साथ जो दुल्हन बनना चाहती थी। उनके दुल्हन बनने का सपना पूरा हुआ लेकिन मरने के बाद चलिए आज उनके बारे में ही बताते हैं। राज बब्बर ने नादिरा से उस समय शादी की थी जब वह कॉलेज की पढ़ाई कर रहे थे शादी तो हो गई लेकिन करियर बनाने के लिए राज बब्बर मुंबई आ गए उस समय उनके घर एक बेटी भी आ चुकी थी। मुंबई में काफी स्ट्रगल करने के बाद राज बब्बर को काम मिलना शुरू हुआ उस समय करीब उनकी शादी को 7 साल हो गए थे। साल 1982 में राज बब्बर की मुलाकात स्मिता पाटिल से हुई जो उस समय टॉप हीरोइनों की लिस्ट में शामिल थी। दोनों ने एक साथ फिल्म करनी थी और उसी दौरान दोनों की नजदीकियां बढ़ गई।
दोनों ने लिव-इन में रहना शुरू कर दिया जब कि ना तो स्मिता की मां को ये रिश्ता मंजूर था ना राज के परिवार को लेकिन किसी की परवाह किए बिना ही दोनों ने साथ रहने का फैसला किया करीब 4 साल बाद साल 1986 में स्मिता गर्भवती हुई और उन्होंने बेटे को जन्म दिया। कहा जाता है कि उस समय तक राज और स्मिता के रिश्ते भी खराब होने लगे थे क्योंकि स्मिता शादी करना चाहती थी जबकि राज उन्हें टालते रहे। प्रसव के दौरान स्मिता को कुछ हैल्थ इश्यूज हुए और महज 1 माह का बच्चा छोड़कर स्मिता हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गई। स्मिता के जाने के बाद राज बब्बर फिर से नादिरा के पास लौट आए।
स्मिता का दुल्हन बनने का सपना अधूरा रह गया। उन्होंने अपने आर्टिस्ट दीपक सावंत को अपनी इच्छा जाहिर की थी जब वह मर जाए तो उन्हें दुल्हन की तरह जरूर सजाना जो दीपक ने पूरा भी किया। दरसअल, स्मिता की आखिरी फिल्म थी गलियों का बादशाह। फिल्म में राज कुमार उनके हीरो थे। शूटिंग पर उन्होंने राज कुमार को लेट कर मेकअप करवाते देखा तो उन्होंने भी मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत से लेटकर मेकअप करवाने की जिद की। इस पर दीपक ने उन्हें कहा कि राजकुमार की बात अलग है, वो जो चाहते हैं वही करते हैं, वो जिद्दी हैं और उनकी नकल करना ठीक नहीं है। आप ये जिद छोड़िए और बैठकर मेकअप करवाइए लेकिन संयोग देखिए। ठीक एक साल बाद पहले बेटे को जन्म देने के बाद 13 दिसम्बर को स्मिता का निधन हो गया। उनकी लेटकर मेकअप करवाने की हसरत अब पूरी हो रही थी।
इसी के साथ स्मिता से जुड़ा एक किस्सा अमिताभ ने भी शेयर किया था जब रात के 2 बजे स्मिता ने उन्हें फोन करके उनकी नींद उड़ा दी थी। सब जानते हैं कि अमिताभ और स्मिता ने एक साथ कई फिल्में की थी लेकिन नमक हराम फिल्म से वे अच्छे दोस्त बन गए थे। अमिताभ ने स्मिता पर लिखी किताब ‘स्मिता पाटिल: ए ब्रीफ इंकंडेसंस’ की लांचिंग के वक्त स्मिता के सिक्स्थ सेंस की चर्चा करते हुए अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया था। दरअसल, उस समय अमिताभ फिल्म कुली की शूटिंग कर रहे थे। उस समय स्मिता उनके साथ तो नहीं थी लेकिन उन्होंने अमिताभ को लेकर एक चेतावनी दी थी।
आधी रात 2 बजे को फोन कर स्मिता ने अमिताभ से बेहद घबराकर पूछा था कि क्या वह ठीक हैं? जिसे सुनकर अमिताभ काफी हैरान रह गए। तभी स्मिता ने बताया कि उन्होंने सपना देखा कि वह शूटिंग करते हुए घायल हो गए हैं। अमिताभ ने कहा कि वह ठीक है लेकिन ल अगले ही दिन उनकी फिल्म कूली का फाइट सीन होना था। अमिताभ ने बताया था कि स्मिता का अंदेशा सही निकला था और वह अगले ही दिन शूटिंग करते हुए गंंभीर घायल हो गए थे। अमिताभ इस फाइट सीन में जब घायल हुए तो उनके बचने की उम्मीद कम थी। वह एक तरह से मौत के मुंह से वापस आए थे।