घर-घर में तुलसी से अपनी पहचान बनाने वाली स्मृति ईरानी आज राजनीति का दमदार चेहरा है। इस समय वह केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। एक्टिंग के बाद, राजनीति में वह अपने बेबाक बयानों से चर्चा में ही बनी रही हैं। हालांकि इसके अलावा अपने सिंपल और सादगी भरे पहरावे से भी स्मृति सबको इंप्रेस करती आई हैं, अक्सर उन्हें ट्रडीशनल साड़ी में ही देखा जाता है। वह भारत की विरासत और संस्कृति को बढ़ाने का काम का भरसक प्रयास कर रही हैं। आज जिस मुकाम पर स्मृति हैं, वहां पहुंचने का सपना हर लड़की देखती हैं लेकिन स्मृति को भी ये सब आसानी से नहीं मिला। इसके लिए उन्होंने कई साल कड़ी मेहनत की है।
कभी मजबूरी में करनी पड़ी थी झाड़ू-पोंछे की नौकरी
एक समय ऐसा भी था जब उनके पास ना पैसा था, ना पर्सनेलिटी। एक सिंपल सी नौकरी के लिए उन्होंने जगह-जगह हाथ-पैर मारे और जब काम नहीं मिला तो उन्होंने मजबूरी में झाड़ू-पोंछे की नौकरी भी की। चलिए, उनके स्ट्रगल की स्टोरी आपके साथ शेयर करते हैं। उनका स्ट्रगल टीनएज में ही शुरू हो गया था। वह सिर्फ 18 साल की थी जब उन्होंने नौकरी ढूंढना शुरू किया था। 'रजत शर्मा' के शो 'आप की अदालत' में उन्होंने अपनी जिंदगी के किस्से शेयर किए थे और कहा- उनके पास सिर्फ 200 रु. ही बचे थे और उस दौरान उनके पास नौकरी नहीं थी। वह रोज इंटरव्यू देने जाती थी लेकिन बात नहीं बनती थी। एक दिन छोटी बहन ने ही कहा कि रोज तुम इंटरव्यू देकर आती हो, आखिर क्या गड़बड़ी हो जाती है? तुम्हारे साथ मैं भी चलूंगी आज।
पर्सनैलिटी और शक्ल अच्छी न होने जैसे सुनने पड़े ताने
उसी दौरान उन्होंने अखबार में दो इंटरव्यू देखें- एक मैकडॉनल्ड और दूसरा जेट एयरवेज का था। उस समय स्मृति इतनी पतली हुआ करती थी उन्हें लगता था कि ये जेट एयरवेज की नौकरी उन्हें मिल जाएगी लेकिन स्मृति जब वहां गईं तो उन्हें सुनने को मिला कि अपनी शक्ल देखी है? न तो शक्ल ठीक है, ना पर्सनैलिटी अच्छी है, हम नौकरी नहीं दे सकते हैं आपको! इन बातों से स्मृति को काफी धक्का लगा और उससे भी ज्यादा बुरा तब लगा जब वो नौकरी छोटी बहन को मिल गई। स्मृति ने बताया कि उनकी बहन ने उनसे कहा कि अगर तुझे नहीं मिल रही है नौकरी तो मैं ही ट्राई कर लेती हूं।' और उन्हें नौकरी मिल भी गई।इसके बाद स्मृति के पास मैकडॉनल्ड का ऑप्शन बचा था, लेकिन वहां की सारी वैकेंसी भी फुल हो चुकी थीं। सिर्फ ट्रे साफ करने का और झाडू-पोंछा करने का काम बचा था। उस वक्त ये नौकरी करना स्मृति के लिए मजबूरी बना हुआ था और उन्होंने 1800 रु. की सैलरी में ये नौकरी की भी।
किस्मत चमकी और फिर यूं छाई टीवी इंडस्ट्री में
कुछ समय बाद उन्हें मॉडलिंग करने का मौका मिला। स्मृति ने फेमिना मिस इंडिया ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया हालांकि वह विनर तो नहीं बनी लेकिन उन्हें आगे काम जरूर मिल गया। टीवी सीरियल में आने से पहले वह कई ऐड शूट में नजर आई। इस दौरान वह कुछ म्यूजिक एल्बम में भी दिखी। उसके बाद स्मृति ने टीवी सीरियल ‘हम हैं कल आजकल और कल' से अपने करियर की शुरुआत की थी लेकिन क्योंकि सास भी कभी बहू ने उन्हें पूरे देश में पहचान दिलाई लेकिन जब अचानक ही स्मृति ने अपना पॉपुलर शो छोड़ा था तो सब हैरान हो गए थे। लेकिन स्मृति ने बताया कि उन्होंने भारत की सक्रिय राजनीति में आने की इच्छा के चलते ही इस सीरियल को छोड़ा था। एक्टिंग की पारी खत्म कर स्मृति राजनीति में उतर आई और दमदार शख्सियत के रूप में सामने भी आई। वह आज केंद्रीय मंत्री के पद पर हैं। अपने जीवन में रोल मॉडल अपनी मां को मानने वाली स्मृति ने जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखें और उनका सामना भी किया है।