पार्टनर को किस करके लोग प्यार का इजहार करते हैं। कहते हैं इससे पार्टनर के बीच रिश्ता मजबूत होता है। ये बात तो सब जानते हैं पर क्या आपको पता है कि किस करना सेहत पर भारी पड़ सकता है? जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने। किस करने से ओरल डिजीज का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। ऐसा तब होता है जब आपका पार्टनर ओरल हाइजीन को अच्छी तरह से फॉलो नहीं करता। ओरल डिजीज एक तरीके का संक्रामण माना जाता है और उनसे पैदा होने वाली बैक्टीरिया के संपर्क में आने से व्यक्ति संक्रमित हो जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो जब आपका पार्टनर आपको किस करता है तो लगभग 80 मिलियन बैक्टीरिया का आदान- प्रदान होता है। आइए आपको बताते हैं इससे होने वाली बीमारियों के बारे में...
कैविटी
कैविटी दांतों में लगने वाले स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स नामक एक विशेष प्रकार के बैक्टीरिया के कारण होता है। ये बैक्टीरिया एक एसिड छोड़ता है जो दांतों के इनमेल को सड़ाने का काम करता है। ये बहुत ही तेजी से दांतों में फैलता है। ऐसे में अगर आपके पार्टनर के दांतों में ये बैक्टीरिया है तो किस करते हुए लार के जरिए आपके मुंह में भी पहुंच सकता है।
गम डिजीज
गम डिजीज यानी की मसूड़ों में सूजन की बीमारी। इस कई तरह के बैक्टीरिया के खास तरीके के जहर छोड़ने के कारण होता है। इससे मसूड़े सूज जाते हैं और उनसे खून भी निकलने लगता है। किस करने के दौरान ये बैक्टीरिया आसानी से पार्टनर के मुंह में ट्रांसफर हो सकते हैं।
पीरियोडॉन्टल डिजीज
पीरियोडॉन्टल या पायरिया डिजीज एक ऐसी ओरल डिसीज है, जिसमें मसूड़ों की लाइन के नीचे मवाद बनने लग जाता है और मसूड़ों में सूजन हो जाती है। इसके चलते दांत जड़ से खराब हो जाते हैं और बोन टिशू भी प्रभावित होता है।
इन्फ्लूएंजा
इन्फ्लूएंजा सांस से संबंधित बीमारी होती है। जो किस करने से काफी आसानी से फैलती है। अगर कोई व्यक्ति इन्फ्लूएंजा से पीड़ित है और वह आपको किस करता है तो बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर जाते है। इस बीमारी में थकान,शरीर में दर्द, गले में खराश और बुखार जैसे लक्षण देखे जाते है।
हर्पीस
हर्पीस के दो तरीके के वायरस बताए जाते है, जिसमें hs1 और hs2 होता है। Hs1 वायरस किस के जरिए आसानी से फैलता है। हर्पीस में व्यक्ति के मुंह में लाल या सफेद रंग के छाले पड़ जाते है।