कैल्शियम, प्रोटीन और फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों से भरपूर दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है। मगर, दूध के फायदे आपको तभी मिलेंगे जब आप उसे सही समय व तरीके से पीएंगे। दरअसल, हाल ही में हुए शोध के मुताबिक कच्चा दूध पीने से आप बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। आज यहां हम आपको बताएंगे कि कच्चा दूध क्यों नहीं पीना चाहिए और दूध पीने का सही तरीका क्या है...
क्यों नहीं पीना चाहिए कच्चा दूध?
शोध के मुताबिक, कच्चे दूध में बैक्टीरिया हो सकते हैं क्योंकि पाश्चराइजेशन दूध पोषण तत्व को कम किए बिना जीवाणुओं का खात्मा है। वहीं, अगर कच्चा दूध रूम टेम्प्रेचर पर रखा गया है तो इसमें रोगाणुरोधी प्रतिरोध जीन और बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ सकती है, खासकर डेयरी मिल्क। डेयरी मिल्क आपके घर आने से पहले यूं ही रूम टेम्प्रेटचर पर रहता है। ऐसे में इसका सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
क्या कच्चे दूध में अधिक प्रोबायोटिक्स होते हैं?
शोधकर्ताओं का कहना है कि कच्चे दूध में गुड़ बैक्टीरिया व प्रोबायोटिक्स भरपूर होते हैं लेकिन इसे रूम टेम्प्रेचर पर रखने से इसमें रोगाणुरोधी-प्रतिरोधी जीन पनप सकते हैं। इससे इंफैक्शन का खतरा बढ़ सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, हर साल करीब 3 मिलियन लोगों में एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी संक्रमण मिलता है, जिसका कारण कच्चा दूध पीना है।
कच्चा दूध पीने के नुकसान
कच्चा दूध पीने से इंफैक्शन का खतरा रहता है। साथ ही इससे पाचन संबंधी समस्याएं भी हो सकती है। इसके अलावा कच्चा दूध पीने से डायरिया, डिहाइड्रेशन, आर्थराइटिस और हीमोलिटिक यूरिमिक सिंड्रोम हो सकता है। इससे उल्टी व बुखार की परेशानी भी हो सकती है।
ऐसे पीएं कच्चा दूध
कुछ लोग कच्चे दूध को किण्वन होने के लिए रूम टेम्प्रेचर पर घंटों के लिए रख देते हैं, जो सही नहीं है। अगर आप कच्चा दूध पीना भी चाहते हैं तो पहले उसे कम से कम आधे घंटे के लिए फ्रिज में रख दें। इससे उसमें बैक्टीरिया नहीं पनपेंगे और आप बीमारियों से बचे रहें।
दूध पीने का सही तरीका
हल्का गुनगुना दूध पीने से डाइजेशन बेहतर होता है। ध्यान रखें कि दिनभर में 150 से 200 ml दूध ही पीएं। आप चाहें तो इसमें दालचीनी, बादाम, हल्दी या शहद मिला सकते हैं।
इन लोगों को नहीं चाहिए दूध का सेवन
. जिन्हें पाचन, स्किन, खांसी, अपच और पेट में कीड़े की समस्या हो।
. भोजन के साथ कभी भी दूध ना पीएं क्योंकि यह जल्द हजम नहीं हो पाता
. डिनर के कम से कम 2 घंटे बाद ही दूध पीएं, ताकि आपको रात को दूध पीने का लाभ मिल सके।