'किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात तुम्हें उससे मिलाने में लग जाती है'! कुछ ऐसी ही चाहत थी भुजाहीन शीतल देवी की, जिन्होंने अपने शरीर की कमी को कभी अपने सपनों के आड़े नहीं आने दिया। उन्होंने देश के लिए मेडल जीतकर ऐसा इतिहास रचा है, जिससे हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। जम्मी की 16 साल की शीतल पैरों से तीर चलाती हैं और पैरा एशियन गेम्स के 1 सत्र में 2 गोडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।
इससे पहले उन्होंने कंपाउंड मिश्रित वर्ग में गोल्ड और महिला युगल में सिल्वर जीता है। बता दें शीतल का बचपन बहुत ही कष्टदायी था। उनका माता- पिता का भी कोई अता- पता नहीं है। किश्तवाड़ के दूरस्थ इलाके में सैन्य शिविर में पाई गई शीतल को भारतीय सेना ने बचपन में गोद ले लिया था। वहीं शीतल की सफलता से सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले महिंद्र ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा भी फूले नहीं समा रहे हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए शीतल देवी को बधाई दी और कहा कि आप हम सभी के लिए एक टीचर जैसी हैं।
आनंद महिंद्रा देंगे शीतल को खास तोहफा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शीतल देवी का एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि जिसमें वो अपने पैरों से निशाना लगाने की प्रैक्टिस करती हुई नजर आ रही है और उनकी मेहनत और जज्बे को साफ देखा जा सकता है। आनंद ने साथ में नोट लिखा,- 'अब मैं अपनी जिंदगी में कभी भी छोटी- मोटी समस्याओं की शिकायत नहीं करूंगा। शीतल देवी आप हम सभी के लिए एक गुरू हो। प्लीज आप हमारी गाड़ियों में से किसी भी एक कार को चुन लीजिए। हम आपको सम्मानित करना चाहते हैं।' साथ में उन्होंने ये भी कहा कि कार को शीतल के हिसाब से कस्टमाइज किया जाएगा।
लोगों ने भी खूब बरसाया प्यार
वहीं आनंद की पोस्ट देखने के बाद कई लोगों ने शीतल की जमकर तारीफ की और साथ ही महिंद्रा के फैसले की भी तारीफ की। आप भी डालिए इन कमेंट्स पर एक नजर...