हिंदी फिल्मों के सुपरस्टार शाहरुख खान आज अपना 57वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर उनकी एक झलक पाने के लिए फैंस मन्नत के बाहर फैन्स का हुजूम उमड़ पड़ा। ऐसे में शाहरुख भी किसी का दिल ना ताेड़ते हुए आधी रात मन्नत की छत पर पहुंचे। ऐसे में चारों तरफ बस शाहरुख-शाहरुख की ही आवाजें सुनाई दे रही थी। बॉलीवुड के बादशाह ने इस मुकाम तक पहुंचने में लंबा सफर तय किया था। आप हम आपको उनके करियर से हटकर कुछ ऐसी बात बताने जा रहे हैं, जिसकी शायद ही किसी को जानकारी होगी।
दिल्ली के रहने वाले शाहरुख पठानी और हैदराबादी मिश्रित संपन्न मुस्लमान फैमिली से संबंध रखते हैं। उनके पिता मीर ताज मोहम्मद खान एक बिजनेस मैन थे। वही मां लातिफ फातिमा पेशे से मेजिस्ट्रेट और एक सोशल वर्कर थी । वह अपने जमाने की सबसे सफल मुस्लिम महिलाओं में से एक थीं। कहा जाता है कि लातिफ फातिमा के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से उनके गहरे ताल्लुकात थे। इसके बावजूद उनके घर की माली हालत ठीक नहीं थी।
साल 1981 में शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद का कैंसर से निधन हो गया, जिसके परिवार के हालत बेहद खराब हो गई। अपने बच्चों को पालने के लिए शाहरुख की मां दिन में मजिस्ट्रेट की भूमिका में रहती थी और शाम को आकर रेस्टोरेंट चलाती थी। बादशाह ने एक इंटरव्यू में खुद बताया था कि- "मां उनकी सक्सेस नहीं देख पाईं। वो बहुत सोशल थी, पिता के गुजरने के बाद उन्होंने घर को संभाला। वो बहुत अमीर फैमिली से बिलॉन्ग करती थीं, लेकिन उन्होंने सबकुछ अपने दम पर किया" ।
हालांकि शाहरुख की मां जब मौत के करीब थी तब एक्टर ने उनसे कुछ ऐसी बातें कहीं थीं जो शायद नहीं कहनी चाहिए थे। शाहरुख खान ने खुद उन पलों को याद करते हुए बताया था कि- 'मेरी मां आईसीयू में थी तो मुझे लगा था कि अगर मैं अपनी मां को परेशान करूंगा और किसी तरह से वो सैटिस्फाई नहीं होंगी तो वो नहीं मरेंगी। मैं उनके बेड के पास बैठ गया और मैंने कहा कि मैं अपनी बड़ी बहन से बहुत बुरा बर्ताव करूंगा। मैं शराब पीना शुरू कर दूंगा और ऐसी ही सभी बुरी बातें। मैंने सोचा था कि वो अपनी मुक्ति के द्वारा से वापस आ जाएंगी और सोचेंगी कि अभी भी मेरे बेटे को मेरी जरूरत है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।'
बादशाह ने बताया कि वह दुआ नहीं मांगते थे लेकिन जब उनकी मां ICU में थी तब उन्होंने पहली बार दुआ मांगी थी। शाहरुख ने उन बेहद कठिन समय का जिक्र करते हुए बताया था कि- किसी ने मुझे कहा था कि अगर तुम दुआ मांगोगे तो वो दर्द में नहीं रहेंगी। मैंने ऐसा किया भी, लेकिन डॉक्टर मेरे पास आया और कहा कि वो गुजर चुकी हैं।'शाहरुख खान को इस बात का मलाल है कि उनकी मां कभी उन्हें सक्सेसफुल होते नहीं देख पाईं, वो कभी उन्हें पहला अवॉर्ड लेते नहीं देख पाईं, शाहरुख को लगता है कि उनके आशीर्वाद के बिना वो ये सब नहीं कर पाते।