बदलते फैशन दौर के कारण भले ही लूइस वुइटन लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। लेकिन फिर भी कुछ लोग लैदर के बैगों का मोह नहीं छोड़ रहे। इसका एक उदाहरण रचना लुथरा। उन्होंने अपने लुईस वुईटन के बैग को लैदर के बैग, शूज और कई सारी चीजें हैदराबाद की सर्विस में रिस्टोर किया तो नतीजों ने सबको हैरान कर दिया। लैदर बैग को रिस्टोर करके देखकर लगा कि यह लुईस वुइटन का नया फैशन है। इस कलेक्शन को देखकर अहमदाबाद के फर्नीशिंग स्टोर में भी गई । इस बैग को करीबन 1 महीना पहले रिस्टोर करके देखा यहां इसकी कीमत 16,000 रुपये थी। प्लेन हैंडबैग को रोज गोल्ड और लुईस वॉइटन के कुछ मोनोग्राम थ्रीडी पैटर्न एड किए तो लैदर के बैग लुईस वुइटन के बैग जैसे ही थे। इसके अलावा कुछ लैदर के डिजाइनर शूज और बैग्स को भी रिस्टोर किया गया जिसमें कुछ कस्टमाइज्ड वर्क भी था। तीन सिंपल लाइनों के साथ माइकल कोर्स हैंडबैग और न्यू योर्क स्काइलाइन को प्लैन व्हाइट स्नीकर्स पर लगाने के बाद इन्हें टुकड़ो में ट्रांसफोर्म कर दिया।
कई अलग-अलग चीजों में बदल चुका है लैदर वर्क
लैदर बैग के अलावा भी इसमें कई सारे ट्रेंडस देखने को मिले जैसे स्नीकनीन फूटस्टेप, प्रोफेशनल शू केयर, लैदर लान्डरी और कलरस्पा। इसके अलावा लग्जरी एक्ससीरज और फुटवियर्स को दोबारा बनाने के लिए भी इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। लैदर के पूरे प्रोसेस को करने के लिए चीजों के मैटिरियल को बदलना, डीप क्लीन, स्टीचिंग, मैंडिंग, रीक्लरिंग, और नए-नए आर्टवर्क एड करना ताकि फुटवियर, हैंडबैग्स, वॉलेट्स और बेल्ट लंबे समय तक खराब न हो। इसके बाद रचना ने कई सारे सोशल प्लेटफॉर्मस देखे यहां पर उन्होंने लैदर बैग्स को दोबारा से इस्तेमाल करने के लिए शुरुआत की।
लैदर को रिस्टोर करके बनाए नए जैसे बैग्स
उन्होंने देखा कि रिस्टोर करके उन्हें 1,000 वहीं डीप क्लीन करके 2500-10,000 तक की पड़ी और दोबारा से रिस्टोर करके उन्हें लैदर 3,000-25,000 तक की कस्टमाइज का खर्च करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने पर्यावरण को सुरक्षित करने और ग्राहकों को मोटिवेट करने के लिए लैदर को रिस्टोर करना शुरु कर दिया। पिछले कुछ सालों में उन्होंने कई सारे पुराने लैदर पैनल्स को रिस्टोर करके नए लैदर पैनल्स के साथ बदला।
कई सारे शहरों में बढ़ाया बिजनेस
एक नामी वेबसाइट के अनुसार, नेशनल कैप्टिल रिजन, मुंबई और बैंगलुरु में लैदर के बिजनेस ने काफी बढ़ोतरी की। इसके अलावा कुछ शहरों में भी इस बिजनेस को काफी मुनाफा मिला। हैदराबाद के बाद मुंबई, दिल्ली, लुधियाना, अमृतसर में भी लैदर को रिस्टोर के ऑर्डर मिलने लगे। लैदर वर्क्स की फाउंडर संजना गुप्ता ने बताया कि - 'उनके मिडल ईस्ट और यूके से भी क्लाइंट है जो कंपनी के क्वालिटी और अफोर्डीबिलीटी पसंद करते हैं।'
2020 में लॉन्च किया स्नीकीन
2020 में साहिल जेन और अरुणिमा सिन्हा ने स्नीकीन लॉन्च किया। यह दिल्ली में मौजूद शू और बैग केयर सर्विसेस थी। घर से उन्होंने स्नीकीन की शुरुआत की और गुरुग्राम, हरियाणा तक अपना बिजनेस पहुंचाया। सीक्वीन के लिए हमने एक आदमी को रख लिया और उसको बताया जोरडन क्या है और उसकी जरुरतों को कैसे पूरा किया जा सकता है। पैंडमिक में उन्हें लोगों को शुरुआती रिस्पांस मिले जो दो तीन ही ऑर्डर थे । धीरे-धीरे रोज के उन्हें सीक्वेन के 60 ऑर्डर मिलने लगे और साल के 25,000 ऑर्डर के साथ दिल्ली में 65 लॉकेशन की टीम दिल्ली में बढ़ा ली। स्नीकीन ऐसे ग्राहकों को टॉरेगट करता था जो कि 18-30 उम्र के हो। यह एक ऐसा प्रोडक्ट था जो ग्राहकों को शूज और कई तरह की एक्सेरीज देता था।
धीरे-धीरे बढ़ा स्नीकरहेड्स का बिजनेस
धीरे-धीरे स्नीकरहेड्स ने अपना कारोबार भारत में फैला लिया। 2009 में नासिक, महाराष्ट्र में नई रिस्टोर सर्विस शुरु की । वहीं साल 2 0 15 तक यही बिजनेस मुंबई में फैला लिया। स्नीकर हैड्स को पैंडमिक के दौरान हर्षवर्धन कपूर ने बढ़ाने में भी काफी सहायता की। सोशल मीडिया पर उन्होंने कुछ स्नीर्क्स भेजे जिसके जरिए हमारा काम और भी अच्छा चलने लगा।