वजन बढ़ तो आसानी से जाता है लेकिन उसे कम करने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जो महिलाएं पीसीओडी की शिकार होती है उनके लिए जो वदम कम करने काफी चुनौतियों से भरा होता है। मगर अंशिका ने इस परेशानी का सामना करते है हुए अपना वजन कम करके दिखाया है। उन्होंने अपनी डेली रुटीन में डाइट पर अच्छे से ध्यान दिया। इसके साथ ही एक्सरसाइज कर अपनी बॉडी को सही शेप दी। उन्होंने 9 महीने में अपना वजन कम कर दिखाया। तो चलिए सबसे पहले जानते है आंशिका के बारे में...
अंशिका श्रीवास्तव जो प्रोफेशनली एक कंसलटेंट फिजियोथेरेपिस्ट जिन्होंने सिर्फ 9 महीनों में अपना वजन कम कर दिखाया। बता दे उनका वजन 89.5 किलो था उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से 32.5 किलो कम कर दिखाया। इसके साथ ही वह पीसीओडी की शिकार होने के बावजूद भी अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब हुई।
अगर बात उनकी डेली रुटीन की करें तो वह रोज रात को सोने के पहले और सुबह उठकर गर्म पानी में नींबू मिक्स कर पीती थी।
नाश्ता:
नाश्ते में वह ओट्स का एक छोटा बाउल खाती थी।
लंच:
दोपहर के खाने में हरी उबली सब्जियों का सेवन करती थी जिसमें नमक की मात्रा बहुत कम रखती थी।
डिनर:
रात को वह सफेद अंडा और फ्रूट सलाद खाना पसंद करती थी।
पोस्ट डिनर:
इसके साथ ही वह खीरे की स्मूदी का सेवन करती थी। इससे उन्हें भूख कम लगने में मदद मिलती थी।
अंशिका का फिटनेस सीक्रेट
उन्होंने बताया कि वह पहले के 4 महीनों तक सिर्फ घर पर काम किया। बाद में कार्डियो एक्सरसाइज के लिए जिमिंग ज्वाइंन किया था। वहां वह रोज कर्कआउट करती थी। इसमें वह योगा, स्किपिंग, सिट-अप्स, और सीढ़ी चढ़ती थी।
उन्होंने बाहर के खाने से बिल्कुल दूरी बनाकर रखी। इसके साथ ही वजम को कम करने के लिए खाने में हेल्दी चीजों को शामिल किया। इसके साथ ही अटिफिर्शियल स्वीटनर्स को बिल्कुल ही खाना बंद कर दिया था।
कैसे प्रेरित हुई?
उन्होंने बताया कि उनके परिवार वालों ने उनका वजन कंट्रोल करने में बहुत मदद की थी। उनके हडबैंड ने घर की हर दीवार पर मोटिवेशनल कोट्स लिख कर पोस्टर चिपकाए। ताकि उन्हें वजन घटाने में हिम्मत मिल सके।
फोकस नहीं खोया
जैसे कि पहले बताया गया ही है कि वह पीसीओडी की शिकार थी। ऐसी परेशानी में भी उन्होंने अपना फोकस नहीम खोया। पूरे विश्वास औक हिम्मत से वजन को कम करने की कोशिश की और उसमें सफल भी हुई।
ज्यादा वजन के नुकसान
वजन बढ़ने से शरीर को बीमारियों के लगने का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में आंशिका ने भी बताया कि उनके बढ़े हुए वजन के कारण उन्हें कई हेल्थ इश्यूज का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि उनसे सीढ़ी चढने और उतरने में मुश्किल आती थी। थोड़ा सा पैादल चलने पर ही उनकी सांस फूलने लगती थी। शरीर में सूजन, दर्द खासतैर पर घुटनों में दर्द होने की समस्या होने लगी।
अगले दस वर्षों में मैं खुद को कहां पाती हूं:
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वह अब अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को मार्गदर्शन करना शुरू कर दिया है। सभी को वजन को नियंत्रण में रखने की सलाह दे रही हुं। इसके साथ ही वह कहती है कि एक अच्छी गाइड या मार्गदर्शन बनने के लिए खुद का सही बॉ़डी शेप में रहना बेहद जरुरू है। ऐसे में वह खुद की सेहत का अच्छे से ध्यान रख रही है। अभी उन्होंने 32.5 किलों वजन कम किया है और आगे वह अपना वेट 45-50 किलो तक पहुंच कर उसे कायम रखने की उम्मीद रखती है।
डेली रुटीन में बदलाव
- वह सुबह जल्दी उठती और रात को भी समय पर सोती है।
- सुबह योगा और एक्सरसाइज से दिन की शुरूआत करती है।
- जब भी टाइम मिले वह वॉक करती है।
वेट लॉस से लिया सबक
उन्होंने बताया कि उनके बढ़े हुए वजन के कारण उन्हें लोगों का मजाक भी सहना पड़ा। मगर उन्होंने हार न मानकर खुद के लिए और अपने परिवार के लिए अपना वजन कम करने की ठानी। वह इसके लिए कोई भी डाइट प्लान वह न देकर डायटीशियन या नूट्रिशनिस्ट से सलाह लेने को कहती है।