छोटे बच्चे अपने मुंह में अक्सर उंगली डालते हैं। मुंह में उंगली डालना, अंगूठा चूसना यह सब बच्चों में आम बाते हैं। कई बार तो जब बच्चे मुंह में उंगली डालते हैं या अंगूठा चूसते हैं तो पेरेंट्स अंगूठा बाहर भी निकालते हैं लेकिन फिर बच्चे पेरेंट्स को गुस्से से देखने लगते हैं या फिर जोर-जोर से रोने लगते हैं। कई बार नए बने पेरेंट्स को लगता है कि यह आदत आम है और बच्चे इसे छोड़ देंगे लेकिन क्या आप जानते हैं बच्चे बार-बार मुंह में उंगली डालते क्यों हैं? तो चलिए आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि इसके क्या कारण हैं।
नींद आने के कारण
छोटे बच्चे अक्सर तब मुंह में उंगली डालते हैं जब उन्हें नींद आती है। यदि आपका बच्चा भी दूध पीने के बाद मुंह में उंगली डालकर चूस रहा है तो इसका मतलब है कि उसे नींद आ रही है।
घबरा जाने पर
कई बार आस-पास का माहौल बदलने, अजनबियों से मिलने और रास्ते में घूमते समय भी बच्चे मुंह में उंगली डालने लगते हैं। ऐसा वह इसलिए करते हैं क्योंकि वह अंदर से घबराए होते हैं। ऐसी स्थिति में आप बच्चों को शांत करने की कोशिश करें। उनके आस-पास की चीजों को बदलने का प्रयास करें। उनके आस-पास लाइट म्यूजिक लगाएं ताकि वह अच्छा महसूस कर सकें।
दांत निकालने के कारण
छोटे बच्चे ज्यादातर उस समय भी मुंह में उंगली डालते हैं जब उनके दांत निकल रहे हों। क्योंकि इस दौरान बच्चों को मसूड़ों में खुजली होती है। जब बच्चे मुंह में उंगली डालते हैं तो इससे उन्हें राहत महसूस होती है। यही कारण है कि 5-6 महीने के बच्चे ज्यादा मुंह में उंगली डालते हैं।
खुशी जताते हुए
छोटे बच्चे बोल नहीं पाते इसलिए वह अपनी खुशी जाहिर करने के लिए मुंह में उंगली डालते हैं। यदि आपका बच्चा किसी को देखकर हंसता है या फिर मुंह में उंगली डाल रहा है तो इसका अर्थ है कि यह उसके खुशी जताने का एक तरीका है।
भूख लगने पर
2 महीने से 1 साल तक के बच्चे मुंह में तब भी उंगली तब डालते हैं जब उन्हें भूख लगती है। 1-2 घंटे खेलने के बाद यदि आपका बच्चा बार-बार मुंह में उंगली डाल रहा है तो समझ लें कि वह भूखा है। ऐसी परिस्थिति में आप उसे तुरंत दूध पिलाने की कोशिश करें।