प्रचंड गर्मी बढ़ने के साथ- साथ बीमारियों का खतरा भी बढ़ना शुरू हो जाता है। हाल ही में एक अध्ययन में ही यह बात सामने आई है कि प्रचंड गर्मी की वजह से लगभग 90 प्रतिशत भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दों, खाद्यान्न संकट तथा मौत को लेकर ज्यादा जोखिम में हैं। चलिए जानते हैं कौन सी बीमारियां गर्मी में ज्यादा अटैक करती हैं।
लू से प्रभावित होंगे करोड़ों लोग
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में कहा गया कि भारत के कई हिस्से पहले से बढ़ते तापमान के कारण भीषण गर्मी की चपेट में हैं। भारत की आबादी पर लू के निरंतर प्रभावों को मापने के लिए ‘‘गर्मी सूचकांक'' को शामिल करने वाला यह पहला अध्ययन है। इसमें कहा गया है कि भीषण गर्मी बंद जगहों पर जोखिम के स्तर को बढ़ा देगी खासकर उन लोगों के लिए जो किफायती आवास में हैं और जिनके पास खुद को ठंडा करने के लिए कम संसाधन हैं। अनुमानों से पता चलता है कि 2050 तक लू से 30 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित होंगे और वर्ष 2100 तक लगभग 60 करोड़ भारतीयों के जीवन की गुणवत्ता इसकी वजह से कमतर होगी।
गर्मी के मौसम में कॉमन हैं ये बीमारियां
हीट स्ट्रोक
हीट स्ट्रोक या लू, गर्मियों की सबसे कॉमन बीमारी है। शरीर में पानी की कमी के चलते लोग इसकी चपेट में आ जाते हैं।हीट स्ट्रोक में फूड प्वॉइजनिंग, बुखार, पेट दर्द और उल्टी आने की समस्याएं होने लगती हैं, ऐसे में जरूरी है इसका उचित इलाज।
हीट स्ट्रोक से बचने के तरीके
-हीट स्ट्रोक से बचने के लिए धूप में निकलने से बचें।
-अगर बाहर जाना जरूरी है तो छाता लें, टोपी पहन लें और ऐसे कपड़े पहनें, जिससे शरीर अधिक से अधिक ढका रहे।
-अपने साथ पर्याप्त पानी लेकर धूप में निकले। ताकि आपको पानी की कमी ना हो।
-मौसमी फलों का रस, गन्ने का रस, कच्चे आम का रस, ओआरएस घोल, नारियल पानी का उपयोग करें।
फूड पॉइजनिंग
गर्मियों में कई लोगों को फूड पॉइजनिंग की समस्या रहती है। वातावरण में पाए जाने वाले रोगाणु आपके खाने को खराब कर सकते हैं, जिसके कारण पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
फूड पॉइजनिंग से बचने का तरीका
-हरी सब्जियों का सेवन करें। किसी भी सब्जी को बनाने से पहले अच्छे से धो लें।
-नॉन वेज को अच्छे से पका कर ही खाएं।
-हमेशा खाना खाने की जगह को साफ रखें. बर्तनों को साफ रखें।
-पुराने मसालों को नियमित रूप से चेक करते रहें कभी इनमें फंगस तो नहीं लग गया है(
एसिडिटी
गर्मियों में कई लोगों को एसिडिटी की बेहद समस्या रहती है। इसके चलते सीने में जलन और दर्द, उल्टी जैसा महसूस होता है। कई बार तो इसके चलते अस्पताल तक जाना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि इससे बचने के लिए पहले से ही सतर्क हो जाएं और खान पान पर कंट्रोल करें।
एसिडिटी से बचने का तरीका
-पेट में गर्मी होने पर गुड़ खा लें इससे कुछ हद तक राहत मिलेगी। गुड़ खाने के बाद एक गिलास ताजा पानी पी लें।
-काला नमक लगाकर आंवले का सेवन कर सकते हैं। ये भी एसिडिटी की समस्या से छुटकारा दिला सकता है।
-जब भी आपेट में दर्द या जलन महसूस हो तो उसी वक्त एक ग्लास ठंडा दूध पी लें।
-बेकिंग सोडा खाने के बाद होने वाली अपच, सूजन और गैस से राहत दिला सकता है।
घमौरिया
तेज धूप और पसीने के कारण कई लोगों को घमौरियां की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में छोटे-छोटे लाल दाने हो जाते हैं जिसके चलते खुजली हो सकती है। इस समस्या का सामना आपको तब करना पड़ता है जब आपके शरीर के पोर्स लॉक हो जाएं और शरीर से पसीना न निकल पाए। ये आपकी पीठ, पेट, गर्दन और कमर में भी हो सकते हैं।
घमौरिया से बचने का तरीका
-इस समस्या से बचने के लिए आप कॉटन या फिर सूती के ही कपड़े पहनें।
-नहाने के एकदम बाद शरीर में कपड़े न डालें।
-पहले शरीर को अच्छे से सूखने दें और फिर जितने जरुरत हो उतने ही कपड़े पहनें।
-बाहर जाने से पहले खुद को अच्छे से कवर करके जाएं। पानी का सेवन करते रहें।