नारी डेस्कः जब एक महिला मां बनने वाली होती है तो उसे हर छोटी-बड़ी बात का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। खाने-पीने, उठने-बैठने यहां तक कि नींद भी पर्याप्त लेने की आवश्यकता रहती है। इसी के साथ प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को प्राइवेट पार्ट की सफाई (Pregnancy Mein Private Part Ki Safai) रखना भी बहुत जरूरी होता है क्योंकि प्राइवेट पार्ट की इंफेक्शन के चलते शिशु के विकास में भी प्रभाव पड़ सकता है। बहुत सी महिलाएं प्राइवेट पार्ट एरिया की सफाई को नजरअंदाज कर देती है जो कि नहीं करना चाहिए, हालांकि बढ़ते वजन और बदलते मूड के कारण महिलाओं को प्राइवेट पार्ट्स की सफाई करने में काफी मशक्कत होती हैं। चलिए प्रेगनेंसी में प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई से जुड़ी जानकारी ही आपको देते हैं।
प्रैग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या (Pregnancy Mein White Discharge Hona)
प्रेग्नेंसी पीरियड्स के दौरान डिस्चार्ज की समस्या, गर्भवती को बनी ही रहती है। योनि में नमी व गीलेपन की वजह से इंफेक्शन की संभावना भी कई गुणा बढ़ जाती है। यह इंफेक्शन समय रहते रोकी ना जाए तो गर्भाश्य तक पहुंच जाती है जो मां व बच्चे की सेहत के लिए घातक साबित हो सकती है। कई बार यह यूरिन इंफेक्शन का कारण भी बन जाती है।
प्रैगनेंसी में प्राइवेट पार्ट में खुजली की समस्या (Pregnancy Mein Yoni Mein khujli Hona)
गर्भावस्था के दौरान योनि में खुजली होना आम बात है और इसकी वजह हार्मोनल चेंजेस होते हैं जो वेजाइना के पीएच संतुलन को बाधित करते हैं। इससे योनि में सूखापन और पसीना आ सकता है, साथ ही यीस्ट संक्रमण भी हो सकता है जिसके चलते व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या हो सकती है।
योनि खमीर संक्रमण, जिसे योनि थ्रश या योनि कैंडिडिआसिस भी कहा जाता है। ये इंफेक्शन कैंडिडा एल्बिकेंस नामक फंगस के कारण होते हैं। यह इंफेक्शन, विशेष रूप से प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही के दौरान होती है।
हर्पीज, क्लैमाइडिया, गोनोरिया और ट्राइकोमोनिएसिस जैसे यौन संचारित संक्रमण योनि में खुजली पैदा कर सकते हैं। बैक्टीरियल वेजिनोसिस भी एक इंफेक्शन है जो तब होती है जब वेजाइना में कई तरह के बैक्टीरिया संतुलन से बाहर हो जाते हैं और जब ये बढ़ते हैं तो योनि में जलन और खुजली होती है। इस इंंफेक्शन का खतरा भ्रूण पर भी रहता है । बच्चा प्री-मैच्योर हो सकता है। कम वजन वाला हो सकता है या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इन संक्रमणों का इलाज करवाना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये आपके भ्रूण तक पहुँच सकते हैं समस्या पैदा कर सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान प्राइवेट एरिया के प्यूबिक हेयर भी खुजली और इरीटेशन दे सकते हैं और टाइट अंडरवियर या पैंट पहनने से भी ऐसा हो सकता है। कुछ दवाइयां भी योनि में सूखापन और खुजली पैदा कर सकती हैं।
प्रैगनेंसी में प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई कैसे रखें? (Pregnancy Mein Private Part Ki Safai Kaise Rakhein)
अंडरगार्मेंट्स साफ-सुथरे और कॉटन के पहनें। गीलेपन की समस्या हो तो इसे दिन में दो बार बदल लें। कई बार प्राइवेट पार्ट से बदबू भी आती है ऐसा इसी के चलते ही होता है इसलिए लापरवाही ना बरतें और कॉटन के ही अंडर गार्मेंट्स पहनें।
अंडरगार्मेंट्स धोने के बाद धूप में सुखाएं। अगर धूप में नहीं सुखा पाते तो इसे प्रेस जरूर करें। ऐसा करने से इंफेक्शन करने वाले बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं।
टाइट अंडरगार्मेंट्स ना पहनें क्योंकि इससे आप ना तो कंफर्टेबल रहेंगी और गीलेपन की समस्या भी अधिक होगी।
दिन में 2 से 3 बार ताजे व गुनगुने पानी से अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई जरूर करें लेकिन याद रखें कि आपको साबुन व शैंपू का इस्तेमाल नहीं करना है। शैंपू व साबुन पीएच लेवल के स्तर को बिगाड़ सकता है जिससे इंफेक्शन होने का खतरा बना रहता है। साथ ही में खुजली इरिटेशन की समस्या भी हो सकती है। सफाई के लिए बेस्ट इंटीमेट वॉश का ही इस्तेमाल करें। इससे गीलापन व बदबू से भी राहत मिलेगी। बता दें कि अगर पीएच का स्तर सही ना हो तो स्पर्म सही जगह पर पहुंचने से पहले ही नष्ट हो जाते हैं जिससे प्रेग्नेंसी नहीं हो पाती। बाजार में वी-क्लीनिंग के लिए बहुत सारे प्रॉडक्ट्स मौजूद हैं लेकिन इसका इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह से पूछ कर ही करें।
प्रैग्नेंसी में प्राइवेट पार्ट के बाल हटाने में भी गर्भवती को काफी मुश्किल होती है। इस दौरान वैक्स करवाने से बचना चाहिए। बहुत सी महिलाएं वैक्स करवाती है लेकिन प्यूबिक हेयर ट्रिम करें तो बेहतर है। इलेक्ट्रिक शेवर का इस्तेमाल करके भी प्राइवेट पार्ट के बालों को साफ किया जा सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार, इस दौरान पहले से ही प्राइवेट एरिया की स्किन सेंसटिव होती है और वेक्स करने से ज्यादा संवेदनशील महसूस हो सकता है। इससे आपको चोट लगने और एलर्जी होने की संभावना भी रहती हैं।
गर्भावस्था में पैरों, अंडरआर्म्स, और बिकिनी लाइन के बाल हटाने के लिए डेपिलेटरी क्रीम का इस्तेमाल किया जा सकता है हालांकि, इससे पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
शेविंग से छोटे-छोटे निशान और खरोंच पड़ सकते हैं, जिससे संक्रमण हो सकता है इसलिए, सिजेरियन डिलीवरी की योजना बना रही हों, तो बच्चे के जन्म से ठीक पहले शेविंग नहीं करनी चाहिए।
प्रैगनेंसी में प्राइवेट पार्ट की खुजली का उपचार
योनि की खुजली के इलाज के कई तरीके हैं जो अंतर्निहित कारण पर निर्भर करते हैं। इनमें घरेलू उपचार, ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाएं और प्रिस्क्रिप्शन दवाएं शामिल हैं।
बता दें कि घरेलू उपचार प्राइवेट पार्ट की खुजली के मूल कारण का इलाज नहीं करते हैं। वे केवल लक्षणों से राहत देते हैं और अगर खुजली हल्की है तो उपयुक्त हो सकते हैं। यहां कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जो मदद कर सकते हैं। जैसेः योनि पर ठंडी सिकाई करें और ताजे-ठंडे पानी से नहां। बेकिंग सोडा डालकर नहाएं। 1/4 से 2 कप बेकिंग सोडा को गुनगुने (गर्म नहीं) पानी से भरे टब में मिलाएं। खुजली वाली त्वचा पर नारियल का तेल लगाएं लेकिन प्राइवेट पार्ट के अंदर तेल न डालें।