नारी डेस्क: कई लोगों को चिकन-मटन खाना अच्छा नहीं लगता तो ऐसे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। नॉन वेज के बिना भी भरपूर ताकतवर और मजबूत बन सकते हैं। आप ऑयस्टर मशरूम को खाकर देखें, यह कई किस्मों में आता है और काफी स्वादिष्ट लगता है। मशरूम एक ऐसा वेजिटेरियन फूड है जो प्रोटीन के मामले में कई नॉन वेज फूड्स को कड़ी टक्कर देता है। इसे खाने से न केवल हड्डियों को मजबूती मिलती है, बल्कि यह कैंसर जैसे गंभीर रोगों के खतरे को भी कम करता है। मशरूम में मौजूद पोषक तत्व सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। आइए जानते हैं इसके अद्भुत पोषक तत्वों और स्वास्थ्य लाभों के बारे में।
धूप नहीं ले पाते तो खाएं ये मशरूम
धूप से विटामिन डी मिलता है जो कैल्शियम का मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है। हड्डियों के ढांचे के साथ यह आपके कॉग्नीटिव फंक्शन को सुधारता है और दिमाग की कमजोरी से बचाता है। यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के मुताबिक (ref.) 100 ग्राम ढींगरी मशरूम के अंदर 29 IU विटामिन डी होता है जो कई खाद्य पदार्थों के मुकाबले ज्यादा है।
मसल्स पर चढ़ेगा मांस
मशरूम को ढींगरी मशरूम भी कहते हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर, नियासिन, पैंटोथेनिक एसिड होता है जो शरीर की कमजोरी दूर करता है। इसे खाने से आपको विटामिन डी भी मिलता है जो हड्डियों को पत्थर बनाने के साथ कैल्शियम का इस्तेमाल बढ़ाता है।मसल्स बढ़ाने के लिए भी मशरूम खाएं। यह मसल्स विकसित करने और रिपेयरिंग में मदद करता है। इसमें कई प्रकार के अमिनो एसिड होते हैं जिन्हें इस्तेमाल करके सेल्स का विकास होता है। अगर आप रोजाना पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेंगे तो आपको कमजोरी और थकावट महसूस नहीं होगी।
डायबिटिक लोगों की पसंद
एक्सपर्ट्स डायबिटीज के पेशेंट्स को ऑयस्टर मशरूम की सलाह देते हैं। शोध में देखा गया है कि मशरूम खाने से डाइट लेने के बाद ब्लड शुगर तेजी से नहीं बढ़ता। यह शुगर लेवल बढ़ाने वाले प्रोटीन को रोक देता है। जिससे डायबिटिक पेशेंट्स इस बीमारी को सफलतापूर्वक कंट्रोल कर सकते हैं।
सेल्स नहीं होंगी डैमेज
हर दिन शरीर में कई सारे मेटाबॉलिक रिएक्शन होते हैं। इस दौरान फ्री रेडिकल निकलते हैं और सेल्स को डैमेज कर सकते हैं। इससे बचने के लिए आपको एंटीऑक्सीडेंट्स की जरूरत पड़ती है जो ढींगरी मशरूम देता है। एंटीऑक्सीडेंट्स इंफ्लामेशन को कम करने में भी मदद करते हैं।
ट्यूमर भी हो सकता है खत्म?
टेस्ट ट्यूब स्टडीज में मशरूम के कुछ कंपाउंड्स में ट्यूमर को खत्म करने की क्षमता पाई गई है। इन अध्ययनों में ऐसे तत्वों की पहचान की गई है जो ट्यूमर के विकास को रोकने या उसे नष्ट करने की ताकत रखते हैं। हालांकि, इन एंटी-ट्यूमर प्रभावों को लेकर इंसानों पर अभी और शोध किया जाना बाकी है, जिससे इस संभावना की पूरी तरह से पुष्टि हो सके।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।