सुशांत सिंह राजपूत के निधन की गुत्थी 4 महीने बाद भी नहीं सुलझ पाई है। वहीं इस केस में ड्रग एंगल सामने आने के बाद गिरफ्तार हुई रिया चक्रवर्ती को 7 अक्तूबर को जमानत मिल चुकी है। बीते कुछ दिनों पहले रिया ने सुशांत की दों बहनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिस पर सीबीआई ने आपत्ति जताते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का रूख किया था। हालांकि मुंबई पुलिस का कहना है कि एफआईआर से अपराध सामने आया है।
मुंबई पुलिस ने अदालत में दायर किया शपथ पत्र
मिली जानकारी के मुताबिक बीते दिन इस मामले को लेकर मुंबई पुलिस ने अदालत में एक शपथ पत्र दायर किया। जिसमें सुशांत की दोनों बहनों प्रियंका सिंह और मीतू सिंह की याचिका को खारिज करने का अनुरोध किया गया है। कोर्ट में दायर किए गए हल्फनामे में बांद्रा पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक निखिल कापसे ने कहा है कि पुलिस सुशांत की बहनों के खिलाफ एफआईआर दायर कर सीबीआई की जांच को प्रभावित करने या फिर पटरी से उतारने की कोशिश नहीं कर रही है।
'आपराध होने की बात आई सामने'
इसके साथ ही हलफनामे में पुलिस द्वारा याचिकाकर्ताओं या फिर किसी मृतक व्यक्ति की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाली बात से भी इंकार किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि रिया चक्रवर्ती द्वारा दी गई जानकारियों के आधार पर प्रियंका और मीतू के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई थी। जिसमें आपराध होने की बात सामने आई थी।
इसके साथ ही इस हलफनामे में दावा किया गया कि रिया चक्रवर्ती के मुताबिक सुशांत को दवाईयां दिलाने के लिए फर्जी मेडिकल पर्ची का इस्तेमाल कर उन्हें घबराहत दूर करने की दवाइयां देने की बात गई थी। वहीं प्रियंका और मीतू ने याचिका दायर कर कोर्ट से उनके खिलाफ पुलिस में दर्ज एफआईआर को खारिज करने का आग्रह किया था। गौरतलब है कि रिया ने सुशांत की बहलों के खिलाफ दर्ज करवाई एफआईआर में कहा था कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। प्रियंका सिंह और डाॅ. तरुण कुमार के कहने पर सुशांत को गैरकानूनी ढंग से दवाईयां दी गई थी।