सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसकी मदद से कुछ ही पलो मेंं लोगों की वीडियो और मैसेज को वायरल हो जाती है। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले कुछ मैसेज सच होते है लेकिन कुछ ऐसे मैसेज पूरी तरह से फैक होते है। ऐसी ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही जिसमें एक बच्ची भीख मांगती हुई नजर आ रही है। और दावा किया जा रहा है कि यह बच्ची मोहन नगर से मिली थी जिसका नाम सोनल बिपिन पटेल है। इसे मंगलौर में भिखारियों के साथ देखा गया है। वहीं कुछ लोगों ने दावा किया कि यह लड़की मुंबई से आने वाली ट्रेन में मिली थी।
फोटो शेयर करते हुए लिखा गया है कि इस बच्ची को मंगलौर में तमिल भिखारियों के साथ भीख मांगते हुए देखा गया है। इस मैसेज को इतना फॉरवर्ड करें जब तक इस बच्चे के माता-पिता न मिल जाएं। इसका नाम सोनल बिपिन पटेल है।
चलिए बताते है आपको कि यह मैसेज कितना सच और कितना झूठ है।
क्या है सच
इस बच्ची की पोस्ट को 30 जनवरी 2018 में मध्यप्रदेश के निवासी अर्जुन ने ट्वीटर पर पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने गाजियाबाद पुलिस और एडीजी गाजियाबाद को भी टैग किया था। यूजर ने फोटो शेयर करते हुए बताया कि बच्ची मोहन नगर में मिली है और उसने उसमें रॉकी का फोन नंबर भी दिया था। पोस्ट शेयर होने के कुछ समय बाद ही ट्विटर पर गाजियाबाद पुलिस ने ट्वीट करके जानकारी दी थी कि सोशल मीडिया की मदद से बच्ची अपने परिवार वालों के पास पहुंच गई है। जिसके बाद अब इस वीडियो को दोबारा सोशल मीडिया पर वायरल कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है और बताया जा रहा है कि बच्ची मंगलौर में भीख मांगते हुए नजर आ रही है।
इससे पहले भी सोशल मीडिया पर एक बच्ची की फोटो काफी वायरल हो रही थी। जिस पर दावा किया जा रहा था कि यह बच्ची भी तमिल भिखारियों के साथ मंगलौर में भीख मांगती हुई नजर आई है लेकिन जब सच का पता लगाया गया कि तो पता लगा कि वह फोटो गलत है। उस फोटो में बच्ची ने जिस प्लेट को पकड़ा हुआ है उसमें इंडियन नहीं बल्कि बंग्लादेशी करंसी के नोट थे।
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