दिबाबा बहनें चार ओलंपिक स्वर्ण पदक, दो रजत पदक, तीन कांस्य और 15 विश्व चैंपियनशिप जीत चुकी हैं। टेनिस स्टार सेरेना और वीनस विलियम्स की तरह, दिबाबा सिस्टर्स ने खुद को एक ऐसे ब्रांड के रूप में तराशा है जिसे हराना काफी मुश्किल है। तभी तो दिबाबा परिवार को पृथ्वी पर सबसे तेज माना जाता है।
इथियोपिया के रहने वाले तिरुनेश, गेंज़ेबे, एजेगेहु, अन्ना और मेलाट इतिहास में एकमात्र भाई-बहन हैं, जिन्होंने एक नहीं कई उपलब्धियां अपने नाम की है। दिबाबा बहनें जब दौड़ती हैं तो उन्हें देखने के लिए भीड़ उमड़ जाती है। कहा जाता है कि लाख कोशिशों के बाद भी इस परिवार की कोई भी बराबरी नहीं कर पाया है।
दिबाबा बहनों का कहना है कि वे एथलेटिक्स में अपनी चचेरी बहन डेरार्टु तुलु से प्रेरित थीं, जिनका नाम 1992 के खेलों में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली अश्वेत अफ्रीकी महिला के रूप में इतिहास की किताबों में दर्ज है। तुलु 37 वर्ष की आयु में 2009 में न्यूयॉर्क सिटी मैराथन में भी शीर्ष पर रही थी।
दुनिया भर में नाम काम रही इन बहनों का बचपन झोपड़ी में बिना बिजली के निकला है। उनके माता-पिता खेती करते थे, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को बेहद प्यार से पाला है। इन दिबाबा भाई-बहन में से सबसे बड़ी बह एजेगेहु ने 2004 के एथेंस ओलंपिक में 10,000 मीटर में रजत पदक और 2005 विश्व चैंपियनशिप में 5000 मीटर और 10,000 मीटर दोनों में कांस्य पदक अपने नाम किया था।
एजेगेहु और तिरुनेश की छोटी बहन जेनजेबे ने 2015 में आईएएएफ का एथलीट ऑफ द ईयर पुरस्कार जीता था, जो एथलेटिक्स में अपना पहला आउटडोर विश्व रिकॉर्ड (1500 मीटर) तोड़ने और 1500 मीटर खिताब जीतने के बाद सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है। उसने 2014 में दो सप्ताह के अंतराल में तीन विश्व इनडोर रिकॉर्ड तोड़े, एक उपलब्धि जिसने उसे लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर पुरस्कार का ताज पहनाया। आज ये बेटियां अपने माता- पिता का नाम रोशन कर रही हैं।