नारी डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा के परिवार से जुड़ी हाल की खबरें काफी दिल दहला देने वाली हैं। मलाइका अरोड़ा के पिता, अनिल अरोड़ा, ने हाल ही में आत्महत्या कर ली है। इस दुखद घटना के बाद से मलाइका और उनके परिवार में गहरा शोक छा गया है। अनिल अरोड़ा की मौत की जानकारी ने हर किसी को चौंका दिया है और उनके आत्महत्या के कारणों की जांच अभी जारी है।
मलाइका का बचपन
मलाइका अरोड़ा का बचपन काफी कठिन और चुनौतीपूर्ण रहा। जब वह मात्र 11 साल की थीं, तब उनके माता-पिता का तलाक हो गया था। इस तलाक ने उनके परिवार की स्थिति को पूरी तरह बदल दिया। मलाइका की मां, जॉइस पालीकार्प ने अपने दोनों बेटियों, मलाइका और अमृता अरोड़ा, की परवरिश अकेले की। इसके बाद से मलाइका और उनकी बहन ने अपनी मां के साथ ठाणे से चेंबूर में रहना शुरू किया।
मलाइका ने कई बार अपने बचपन के कठिन समय का जिक्र किया है और बताया कि कैसे उनके माता-पिता के अलगाव ने उनके बचपन को प्रभावित किया। एक इंटरव्यू में मलाइका ने कहा था, “मेरा बचपन बहुत शानदार था, लेकिन यह आसान नहीं था। वास्तव में पीछे मुड़कर देखें तो मैं इसे उथल-पुथल भरे शब्दों में बयां कर सकती हूं। लेकिन मुश्किल समय आपको जरूरी सबक भी सिखाता है।”
पिता के साथ रिश्ते में सुधार
हालांकि मलाइका के पिता और उनकी मां के रिश्ते में खटास आ चुकी थी, लेकिन समय के साथ मलाइका और उनके पिता के रिश्ते में सुधार हुआ। हालिया दिनों में, मलाइका और उनके पिता के रिश्ते अच्छे थे। वे अक्सर एक साथ समय बिताते थे और फैमिली डिनर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते थे।
दुखद अंत और परिवार का शोक
मलाइका के पिता, अनिल अरोड़ा, ने हाल ही में छठे माले से कूदकर आत्महत्या कर ली। उनकी बीमारी और पारिवारिक समस्याएं उनके आत्महत्या के संभावित कारणों में शामिल हो सकती हैं। इस दुखद घटना ने मलाइका और उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। एक इंटरव्यू में मलाइका ने खुद इस बात का जिक्र किया है और कहा, मेरा बचपन बेहतरीन था लेकिन ये आसान नहीं था। इसके लिए उतार-चढ़ाव भरा शब्द ठीक रहेगा लेकिन मुश्किल दौर ही आपको ज़िंदगी का जरूरी सबक भी सिखाता है। मैंने उन्हें खूब काम करते हुए देखा और उनसे वर्क एथिक सीखा और ये भी सीखा कि ज़िंदगी में कितनी भी मुश्किलें आएं, सुबह सबकुछ भूलकर कैसे उठा जाता है और इंडिपेंडेंट कैसे रहा जाता है।
मलाइका और उनके परिवार के लिए यह समय बहुत कठिन है, और उनकी जिंदगी के इस कठिन दौर में उन्हें ढेरों समर्थन और समझ की आवश्यकता है।