सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है जिसका बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। इस साल कुल 4 ग्रहण लगेंगे जिसमें से 2 ग्रहण पहले ही लग चुके हैं। पहला सूर्य ग्रहण अप्रैल के महीने में लगा था और पहला चंद्र ग्रहण मई के महीने में लगा था। अब वहीं अक्टूबर के महीने में साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा। भारत में इसका कितना असर है और यह कितने बजे शुरु कब होगा आज आपको इसके बारे में बताएंगे आइए जानते हैं....
भारत में कितना दिखेगा असर
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो अक्टूबर में लगने वाले साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की झलक भारत में नहीं दिखेगी। यह ग्रहण मुख्य रुप से अफ्रीका के पश्चिमी हिस्से पैसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, नॉर्थ अमेरिका और साउथ अमेरिका में दिखेगा। यह ग्रहण कुछ हिस्सों में पूरी तरह से दिखेगा तो कुछ हिस्सों में इसका कुछ ही हिस्सा दिखेगा।
क्या लगेगा सूतक काल?
ग्रहण से जुड़ी कई सारी मान्यताएं शास्त्रों में बताई गई हैं। इस शास्त्र की मानें तो सूतक काल शुभ नहीं माना जाता। ग्रहण लगने से पहले ही 9 घंटे सूतक काल लग जाता है । इस दौरान कई सारे कामों की मनाही होती है। सूतक काल उस समय लगता है जब ग्रहण नजर आता है। भारत में यह ग्रहण नहीं दिखेगा इसलिए यहां पर सूतक काल भी नहीं मान्य होगा।
कैसा होगा यह सूर्य ग्रहण?
अक्टूबर के महीने में लगने वाला यह सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा। सूर्य ग्रहण वलयाकर तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वीसे अपनी सामान्य दूरी पर होता है इसके कारण सूर्य छोटा दिखता है और ग्रहण लगने पर ऐसा लगता है कि आसमान में रिंग ऑफ फॉयर बनी हुई है। इसके चलते इस सूर्यग्रहण को 'रिंग ऑफ फॉयर' भी कहते हैं।