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जितना संक्रमण, उतने ज्यादा लक्षण, जानिए क्या है लॉन्ग व पोस्ट कोविड?

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 18 Dec, 2020 12:43 PM
जितना संक्रमण, उतने ज्यादा लक्षण, जानिए क्या है लॉन्ग व पोस्ट कोविड?

साल पूरा होने को आया लेकिन कोरोना वायरस अभी भी लोगों के लिए आफत बना हुआ है। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी लोगों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। रिकवरी के बाद भी लोगों थकावट, सांस लेने में परेशान, ब्रेन फ्रॉग, फेफड़ों का ठीक तरह से काम ना करना जैसे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिसे पोस्ट या लॉन्ग कोविड कहा जा रहा है।

क्या है पोस्ट और लॉन्ग कोविड?

-बता दें कि देश के गृह मंत्री अमित शाह में भी पोस्ट कोविड के लक्षण देखे गए थे। कुछ दिनों बाद वह स्वस्थ भी हो गए थे लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आने के कुछ दिनों बाद उनमें चक्कर आना और बदन दर्द की शिकायत दिखाई दी। हालांकि अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।

-वहीं, कोरोना से ठीक होने के बाद भी कुछ मरीजों में इसके लक्षण लंबे समय तक परेशान करते हैं। इसे मेडिकल भाषा में लॉन्ग कोविड कहा जाता है। हर व्यक्ति में इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं।

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जितना अधिक संक्रमण, उतने ज्यादा लक्षण 

विशेषज्ञों ने बताया कि मरीज को जितना कोरोना संक्रमण होता है ठीक होने के बाद भी उसमें उतने ही लक्षण नजर आते हैं। शुरूआत में हल्की-फुल्की कमजोरी दिखती है लेकिन बाद में समस्याएं आने लगती है। हालांकि यह जरूरी नहीं कि पोस्ट व लॉन्ग कोविड के लक्षण हर किसी में नजर आएं। बहुत सारे मरीज ठीक भी हो जाते हैं।

शरीर के पॉकेट्स में रहकर पहुंचा रहा नुकसान

वैज्ञानिकों के मुताबिक, वायरस शरीर के पॉकेट्स में रहकर कोशिकाओं को क्षति पहुंचाता है इसलिए रिकवरी के बाद भी मरीजों को समस्याएं आ रही हैं। वहीं, कोरोना से ठीक होने के बाद भी इम्यून सिस्टम एकदम से रिस्पांस नहीं करता, जिसकी वजह ये लक्षण नजर आते हैं।

लॉन्ग कोविड के मुख्य लक्षण 

-लगातार रहने वाले कोविड-19 से जुड़े लक्षण  
-पोस्ट इंटेनसिव केयर सिंड्रोम 
-फेफड़ों और दिल को नुकसान
-पोस्ट वायरल फटीग सिंड्रोम 
-सांस लेने में परेशानी
-मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द
-देखने-सुनने की समस्याएं
-इसके अलावा इससे दिमाग, दिल, किडनी, आंत और त्वचा पर भी बुरा असर पड़ता है।

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जिंदगीभर रह सकती है फेफड़े संबंधी परेशानी

कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में सबसे ज्यादा समस्या एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (एआरडीएस)  यानि फेफड़ों का ठीक तरह से काम ना करने की दिख रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में लंबे समय तक फेफड़ों में परेशानी रह सकती हैं क्योंकि कारण फेफड़े कमजोर हो जाते हैं।

कोरोना ठीक होने पर भी क्यों दिखते हैं लक्षण? 

विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना से ठीक करने के लिए मरीजों को ऐसी दवाएं दी जा रही हैं, जो शरीर में एंटीजन बनाते हैं। ये दवाएं इम्यून सिस्टम में ऐसा बदलाव कर देती है, जिससे वो ज्यादा प्रतिक्रिया करने लगता है। इसके कारण चक्कर आना, थकान, बुखार, जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है।

कितने समय में खत्म हो जाएंगे लक्षण?

हर मरीज का इम्यून सिस्टम अलग प्रतिक्रिया देता है इसलिए इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। पोस्ट व लॉन्ग कोविड के लक्षणों को खत्म होने में महीनों भी लग सकते हैं।

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अगर कोरोना से ठीक होने के बाद किसी तरह की समस्या हो तो उसे इग्नोर ना करें बल्कि डॉक्टर को दिखाएं, ताकि किसी बड़े नुकसान से बचा जा सके।

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