यूरिक एसिड का रोग अब आम सुनने को मिल रहा है लेकिन इस आम सुनने वाली बीमारी को अनदेखा करना सेहत के लिए अच्छा नहीं क्योंकि अगर यूरिक एसिड आउट ऑफ कंट्रोल हो जाए तो गठिया बन जाता है। फिर इसके बाद ब्लड प्रेशर, थायराइड और डायबिटीज जैसी कई बीमारियों का खतरा भी उभरने लगता है। यह आगे चलकर कई अंगों को खराब करता है। एड़ियो में दर्द, जोड़ों में सूजन, सुबह-शाम को ज्यादा और तेज दर्द, हाथ और पैर की अंगुलियों में या अंगूठे में तेज दर्द रहने लगता है।
आज हम यूरिक एसिड कंट्रोल करने के कुछ रामबाण नुस्खे आपको बताते हैं लेकिन यह बात जान लें यह बीमारी आपके खान-पान पर ही निर्भर है आपको क्या खाना है और क्या नहीं इस बात की जानकारी आपको होनी चाहिए...
सबसे पहले समझिए ये समस्या किन्हें, क्यों और कब होती है?
एक महिला के शरीर में यूरिक एसिड का लेवल 2.6 से 6.0 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (2.6-6.0 mg/dl) और पुरुषों में 3.5 से 7.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर तक (3.4-7.0 mg/dl) होना चाहिए जब इसका लेवल बढ़ने लगता है तो जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों में सूजन आने लगती है। दरअसल, जब शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है तो यह छोटे-छोटे क्रिस्टल रुप में जोड़ों में जमा होने लगता है और यूरिन के रास्ते बाहर नहीं निकल पाता तो यह समस्या होती हैं।
1. जो लोग ज्यादा शराब और नॉनवेज खाते हैं उन्हें इस रोग का सबसे अधिक खतरा रहता है। रेड मीट, सी फूड, दाल, राजमा, पनीर और चावल यानि की हाई प्रोटीन का अधिक सेवन करते हैंऔर फिजिकल एक्टिविटी कम करते हैं।
2.शरीर में आयरन ज्यादा होने या हाई ब्लड प्रैशर, डायबिटीज, मोटापा और थायराइड की समस्या होने पर भी यह बढ़ जाता है।
डॉक्टर के पास कब जाने की जरूरत
जोड़ों में असहनीय दर्द, लालगी और सूजन हो जाए। अंगूठे एवं अंगुलियों में तेज दर्द औ रात में नींद न आए तो डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें।
यूरिक एसिड का रामबाण इलाज
सबसे पहला काम जितना हो सकें पानी पीएं। पानी यूरिक एसिड को पतला करता है, जिससे शरीर से यूरिक एसिड यूरिन के रास्ते बाहर निकल जाता है। ब्लैक चेरी का जूस पीएं। अगर गठिए या किडनी स्टोन के मरीज तो भी ये फायदेमंद है।
एक कच्चा पपीता को पीस में काटकर 2 लीटर पानी में 5 मिनट उबाल लें। इस पानी को ठण्डा करके छान लें और फिर दिन में 2 से 3 बार पीएं।
इसके अलावा इसकी आयुर्वेदिक दवा नींबू भी है। नींबू में विटामिन-सी होता है। सुबह उठकर गुनगुने पानी के एक गिलास में नींबू निचोड़कर पीएं।
बेकिंग सोडा यूरिक एसिड को कम करने की रामबाण दवा है। एक गिलास पानी में आधा चम्मच बेकिंग सोड़ा घोलकर 2 सप्ताह तक सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर कम हो जाता है।
सेब ही नहीं बल्कि सेब का सिरका भी कईं बीमारियों का इलाज है। एक गिलास पानी में दो चम्मच सेब का सिरका मिलाकर दिन में 2 बार पीएं। 2 हफ्ते लगातार पीने से यूरिक एसिड कंट्रोल में होगा।
ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें। एलोवेरा के जूस में आंवले का रस मिलाकर पीएं। रोज एक नारियल पानी का सेवन करें।
यूरिक एसिड के मरीज नॉनवेज, सोया प्रोडक्ट्स, प्रोटीन युक्त आहार जैसे दालें आदि ना खाएं। इसकी जगह पर हर तरह की सब्जियां, सूखे मेवे, साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस और जौ खाएं। अंडा, कॉफी, ग्रीन-टी का सेवन करें।
यह जो रामबाण इलाज दिए हैं उनमें से किसी एक नुस्खे को आप लगातार 2 सप्ताह करके देखें। एक बार चिकित्सक का परामर्श भी जरूर लें।
यूरिक एसिड आगे कई रोगों को जन्म देने वाला रोग हैं समय रहते इस कंट्रोल में करें और खान-पान का ध्यान रखें क्योंकि दवा से ज्यादा आपका खाना-पीना इस बीमारी को कंट्रोल में रखेंगा।