भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण अक्सर महिलाएं खानपान पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाती है। मगर इसके कारण शरीर में हार्मोन असुंतलन की समस्या का सामना करना पड़ता है। असल में, हार्मोन्स एंडोक्राइन ग्रंथि से बनने वाले रसायन होते हैं, जो खून के माध्यम से शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचते हैं। साथ ही उन्हें अलग-अलग काम करने के लिए संदेश देते हैं। शरीर में हार्मोन्स की छोटी सी मात्रा कम या अधिक होने पर भी शरीर की कोशिकाओं के मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है। हमारे शरीर में कुल 230 हार्मोन्स होते हैं। मगर ये कई बार उम्र, तनाव, असुंलित जीवनशैली, आने के कारण इम्बैलेंस हो जाते हैं। इसके कारण स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ने लगता है। सेहत के साथ स्किन व बालों से संबंधित समस्याएं भी होने लगती है।
ऐसे में इसे समय रहते कंट्रोल करने में ही भलाई है। चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में हार्मोन असंतुलन होने के लक्षण, कारण व इससे बचने के देसी उपाय बताते हैं...
हार्मोन असंतुलन होने के लक्षण
. वजन बढ़ जाना
. थकान व कमजोरी रहना
. नींद ना आने की समस्या
. पाचन से जुड़ी परेशानी होना
. स्वभाव में चिड़चिड़ापन आना
. अधिक पसीना आना
हार्मोन असंतुलन होने के कारण
. डायबीटीज
. थायराइड
. ट्यूमर
.अधिक दवाओं का सेवन करना
. चोट लगना
. तनाव होना
हार्मोन असंतुलन के दौरान खाएं ये चीजें
अलसी के बीज
अलसी के बीज फाइटोएस्ट्रोजेन का मुख्य स्त्रोत माने जाते हैं। इसके साथ ही इसमें फाइबर, ओमेगा -3, 6 फैटी एसिड व एंटी-ऑक्सीडेंट्स अधिक होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर में हार्मोनल बैलेंस बनाएं रखने में मदद मिलती है।
बादाम
बादाम पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होते हैं। इसका सेवन करने से हमारा एंडोक्राइन सिस्टम प्रभावित होता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल व शुगर लेवल कंट्रोल रहने में मददम मिलती है। इसके साथ ही टाइम 2 डायबिटीज होने का खतरा भी कम रहता है।
एवोकाडो
एवोकाडो में पोषक तत्व व खनिज होते हैं। इसके साथ ही यह फाइबर से भरपूर होता है। इसके सलाद का सेवन करने से शरीर में हार्मोन के स्तर संतुलित रहता है। इसके अलावा इम्यूनिटी तेज होने से मौसमी व अन्य बीमारियों के होने से बचाव रहता है।
हरी बीन्स
. रिसर्च की माने तो इस परेशानी में हरी बीन्स का सेवन करने से बचना चाहिए। यह कम कैलोरी वाली सब्जी है। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर में वसा बढ़ने की परेशानी नहीं होती है। ऐसे में हार्मोन संतुलन बनाएं रखने में मदद मिलती है।
इन चीजों का सेवन करने से बचें
. अगर हार्मोनल इम्बैलेंस से जुझ रही है तो इस दौरान बैंगन, मिर्च, आलू, टमाटर जैसी सब्जियां कम मात्रा में खाएं। इसके सेवन से शरीर में सूजन की परेशानी हो सकती है।
. रेड मीट में हाइड्रोजनीकृत वसा अधिक होती है। ऐसे में इसे भी खाने से परहजे रखना चाहिए। इसके अलावा डिब्बा पैक मांस का सेवन करने की भी गलती ना करें। इनमें अनहेल्दी फैट अधिक होते हैं। ये शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन को बढ़ा सकता है। साथ ही इसके कारण हार्मोनल असंतुलन की परेशानी अधिक हो सकती है। आप इस दौरान रेड मीट के जगह डेली डाइट में अंडे और वसायुक्त मछली का सेवन कर सकती है।