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यहां Abortion Pills की गोलियों पर लगा बैन,  बच्चा गिराने के लिए न करें ये भयानक गलतियां

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 20 Mar, 2023 10:37 AM
यहां Abortion Pills की गोलियों पर लगा बैन,  बच्चा गिराने के लिए न करें ये भयानक गलतियां

वैसे तो मां बनना या ना बनना हर एक महिला का निजी मामला है, लेकिन कई बार महिलाएं अनचाहे गर्भ को समाप्त करने के चलते अपनी जिंदगी दांव पर लगा देती हैं। यही कारण है कि अमेरिका में व्योमिंग में अबॉर्शन पिल्स Wyoming Mifepristone पर रोक लगा दी गई है। ऐसा करने वाला यह पहला राज्य बन गया है। व्योमिंग के गवर्नर मार्क गॉर्डन ने अपील की है कि सभी जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में अबॉर्शन रोकने का प्रयास करें।  


कानून का उल्लंघन करने वालों को मिलेगी ये सजा

व्योमिंग सरकार के अनुसार कानून का उल्लंघन करने वालों को 9,000 डॉलर का जुर्माना या छह महीने तक की जेल हो सकती है, लेकिन गर्भवती महिलाओं को आरोपों और जुर्माने से छूट दी जाएगी। पिछले जून में, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने रो वी वेड का फैसला सुनाया और राज्य सरकारों को गर्भपात को विनियमित करने का अधिकार वापस कर दिया। इस फैसले के बाद कई राज्यों ने गर्भपात पर प्रतिबंध लगा दिया। 

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एक गलती पड़ सकती है भारी 

गर्भपात (Abortion) दो तरीके से होता है, एक सर्जिकल और दूसरा मेडिसिन के जरिए। बहुत सी महिलाएं अनचाहे गर्भ को रोकने के लिएबिना डॉक्टर से सलाह लिए अबॉर्शन पिल्‍स तो ले लेती हैं लेकिन बता दें कि इनका सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे ना सिर्फ आगे मां बनने में परेशानी होती है बल्कि यह अन्य बीमारियों का कारण भी बनती हैं।अबॉर्शन पिल्स से अबॉर्शन तभी संभव है, जब 4 से 6 वीक तक की प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड के जरिए यूटेरस में दिखने लगे. लेकिन कई बार महिलाएं खुद ही हिसाब लगाकर सोच लेती है कि इतने वीक हो गए हैं और दवा ले लेती है, जो कि काफी नुकसानदेह है.

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अबॉर्शन पिल्स के नुकसान

फर्टिल‍िटी पर असर: अबॉर्शन की दवाइयां का अधिक इस्‍तेमाल करने से शरीर में बन रहे प्रेग्‍नेंसी हॉर्मोन प्रोजेस्‍टेरॉन प्रभावित होती है। इस वजह से महिलाओं के फर्टिल‍िटी पर भी असर पड़ता है और महिला को दोबारा मां बनने में परेशानी होती है।

पूरी तरह से गर्भपात न होना: कई बार गोलियां लेने से भ्रूण पूरी तरह गर्भाश्य से बाहर नहीं निकल पाता और उसके कुछ अवशेष अंदर रह जाते हैं। ऐसे में हालांत में सर्जरी करवाने की नौबत आ सकती हैं इसलिए बेहतर होगा कि आप इन पिल्स को लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

अधिक मात्रा में ब्‍लीडिंग: ये पिल्स सिर्फ 50 दिन के अंदर तक ली जानी चाहिए लेकिन लोग बिना जानकारी के इसे तीन महीने चार महीने तक ले लेते हैं, जिससे ब्लीडिंग बहुत ज्यादा होने लगती हैं और इंफैक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। 

पेट में  दर्द और ऐंठन: अबॉर्शन पिल्‍स से पेट में दर्द और ऐंठन होता है। चूंकि इससे शरीर भारी मात्रा में रक्‍त और दूसरे द्रव लगातार निकलते रहते हैं इसलिए पेट, पैरों और शरीर के कई हिस्‍सों में ऐंठन की शिकायत हो सकती है।

जी मिचलाना: इस दवाओं का सेवन करने से जी मिचलाने और उल्‍टी की शिकायत भी हो सकती हैं। इसके अलावा इससे कभी-कभार पेट में मरोड़ और दस्त भी लग सकते हैं।

कमजोरी होना: ये गोलियां इतनी स्ट्रांन्ग होती है, जिससे शरीर में कमजोरी, सिरदर्द और चक्कर आने लगते हैं। इसके अलावा इससे कभी-कभी बुखार भी आ जाता है। अगर इनके सेवन के बाद अगर तबीयत ज्‍यादा खराब हो तो डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए।

शरीर में खून की कमी: अधिक ब्लीडिंग होने के कारण इससे शरीर में खून की कमी हो जाती है। अगर आप पहले से ही एनीमिक है तो आपकी समस्या और भी बढ़ सकती हैं। ऐसे में आपको बिना डॉक्‍टरी सला‍ह के इन गोल‍ियों के बारे में सोचें भी नहीं।

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इन बातों का रखें ख्याल

जो भी महिला अपनी प्रेगनेंसी आगे नहीं बढ़ाना चाहती हैं, वो डॉक्टर द्वारा दी गयी गोलियां खा कर प्रेगनेंसी खत्म कर सकती हैं। अबॉर्शन पिल्स लेने से पहले प्रेगनेंसी की सही स्थिति जानने के लिए डॉक्टर से जरूर मिलें। एक अल्ट्रासाउंड किया जाता है, जिसमें गर्भ का साइज देखा जाता है और साथ में यह भी देखा जाता है कि कहीं प्रेगनेंसी फैलोपियन ट्यूब में तो नहीं है यानी कि एक्टोपिक प्रेगनेंसी या अस्थानिक गर्भावस्था तो नहीं है। साथ ही अगर महिला हार्ट प्राब्लम, डायबिटीज, अस्थमा, एनीमिया जैसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो ये पिल्स नहीं लेने की सलाह दी जाती है.
 

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