77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस बार भारतीयों का दबदबा देखने को मिल रहा है। डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी, कियारा अडवाणी ने कांस में डेब्यू कर तहलका मचा दिया है, अब इस लिस्ट में भारतीय पॉप कलाकार किंग भी शामिल हो गए हैं। किंग ने 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल के चौथे दिन इतिहास रच दिया और प्रतिष्ठित रेड कार्पेट पर चलने वाले पहले भारतीय पॉप कलाकार बन गए।किंग ने 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल के चौथे दिन इतिहास रच दिया और प्रतिष्ठित रेड कार्पेट पर चलने वाले पहले भारतीय पॉप कलाकार बन गए।
गायक किंग कान्स फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर चलने वाले पहले भारतीय पॉप कलाकार हैं। उनकी उपस्थिति भारतीय संगीत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो वैश्विक मंच पर इसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। उन्होंने अपने रेड कार्पेट लुक के लिए डिजाइनर अनामिका खन्ना पर भरोसा किया। शानदार सिल्क ब्लेजर में उनका कॉन्फिडेंट देखने लायक था।
किंग ने अपनी इस उपलब्धि को लेकर कहा- कान्स, बहुत खूब। यह सिर्फ मेरे बारे में नहीं था, यह वहां मौजूद सभी प्रतिभाशाली भारतीय संगीतकारों का प्रतिनिधित्व करने के बारे में था। कान्स एक महत्वपूर्ण मोड़ की तरह लगा, दुनिया को यह दिखाने का मौका कि भारतीय संगीत क्या कर सकता है। किंग ने कहा- मैं एक भारतीय डिज़ाइनर पोशाक पहनना चाहता था और अपने देश का एक हिस्सा अपने साथ लाना चाहता था।
वहीं कान फिल्म महोत्सव में निर्देशक श्याम बेनेगल की फिल्म "मंथन" दिखाई गई जो लोगों के दिलों पर फिर से छाप छोड़ने में सफल रही। मंथन फिल्म 48 साल पहले बनाई गई थी और इसके निर्माण में गुजरात के पांच लाख किसानों ने धन दिया था। वर्ष 1976 में बनी यह फिल्म डॉ. वर्गीस कुरियन के दूग्ध सहकारी आंदोलन से प्रेरित है, जिसे शुक्रवार को ‘कान क्लासिक्स सेगमेंट' के तहत प्रदर्शित किया गया।