
नारी डेस्क : बच्चों की पसंदीदा Kinder Chocolates को लेकर यूरोप में एक गंभीर स्वास्थ्य खतरे की चेतावनी जारी की गई है। कई देशों से साल्मोनेला संक्रमण के 150 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिनमें अधिकांश छोटे बच्चे शामिल हैं। चॉकलेट खाने के बाद बच्चों में दस्त, उल्टी और तेज़ बुखार जैसे लक्षण देखे गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
बेल्जियम की फैक्ट्री से फैला संक्रमण
स्वास्थ्य एजेंसियों की जांच में खुलासा हुआ कि संक्रमण की जड़ बेल्जियम की एक चॉकलेट फैक्ट्री है। उत्पादन के दौरान स्वच्छता मानकों का पालन न होने के कारण साल्मोनेला बैक्टीरिया चॉकलेट के बैचों में फैल गया। इस मामले के सामने आने के बाद Kinder निर्माता कंपनी ने तुरंत प्रभावित उत्पादों को रिकॉल करने का निर्णय लिया। हालांकि अभी तक किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों ने इस घटना को गंभीर माना है क्योंकि बच्चों पर साल्मोनेला का असर अधिक तेज़ी से होता है।
भारत में नहीं पहुंचे दूषित बैच
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चेतावनी जारी होने के बाद भारत में भी चिंता बढ़ी थी। लेकिन भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने साफ किया है कि संदिग्ध या प्रभावित बैच भारत में आयात नहीं किए गए। यानी भारतीय बच्चों और उपभोक्ताओं के लिए किसी तरह का खतरा नहीं है। फिर भी माता-पिता को सलाह दी जाती है कि वे खरीदते समय पैकेज पर बैच कोड और एक्सपायरी डेट अवश्य जांचें।
इन लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो साल्मोनेला संक्रमण बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए इन लक्षणों पर तुरंत ध्यान देना जरूरी है। लगातार दस्त, उल्टी, पेट में ऐंठन, तेज़ बुखार और डिहाइड्रेशन। अगर Kinder Chocolates खाने के बाद बच्चे में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें।