कोरोना बीमारी का डर इस कद्र है कि लोग अपनों की मौत के बाद भी उन्हें हाथ नहीं लगा रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों का अंतिम संस्कार करने के बाद भी उनका विसर्जन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में कर्नाटक ने कोरोना से जिंदगी की जंग हारने वाले सैंकड़ों लोगों का सामूहिक विसर्जन किया।
दरअसल, राज्य में कोरोना से मरने वाले सैंकड़ों लोगों का अंतिम संस्कार तो हो गया लेकिन, पंपराओं के मुताबिक उनका अस्थि कलश विसर्जन नहीं हो पाया। श्मशान घाटों की तिजोरियों में कई अस्थि कलश अपनों के आने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में सरकार ने ही धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ उन्हें जल में प्रवाहित करने का फैसला किया।
इसके बाद कर्नाटक सरकार ने बुधवार को मांड्या जिले के बेलकवाड़ी में कावेरी तट पर लगभग 1,200 कोविड -19 पीड़ितों की लावारिस राख का सामूहिक विसर्जन किया। राख वाले कलशों को किनारे पर व्यवस्थित किया गया और फूलों से सजाया गया और पुजारियों ने अनुष्ठान किया।
अंतिम संस्कार राज्य के राजस्व मंत्री आर अशोक, 10 पुजारियों द्वारा निर्देशित किया गया था। यह अनुष्ठान मालवल्ली तालुक के श्री काशी विश्वेश्वर मंदिर में आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि विभिन्न कारणों से जो परिजन अस्थि कलश नहीं ले जा सके सरकार ने उनके दुख में सहभागी बनते हुए ऐसा करने का फैसला किया। राजस्व मंत्री के तौर पर लोगों की भावनाओं की कद्र करना मेरी जिम्मेदारी भी है।