कोरोना वायरस को रोकने के लिए दुनियाभर में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है। इसी बीच वैक्सीन को लेकर एक बुरी खबर सामने आई है। दरअसल, जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा बनाई जा रही कोविड-19 की वैक्सीन क्वालिटी पर खरी नहीं उतर पाई।
क्वालिटी में फेल जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन
खबरों के मुताबिक, जॉनसन एंड जॉनसन ने बताया कि एमर्जेंट बायोसॉल्यूशंस द्वारा बनाई गई वैक्सीन गुणवत्ता जांच में असफल रही। हालांकि कंपनी का कहना है कि साल 2021 के आखिर तक नो एक अरब से अधिक खुराक बनाने की कोशिश करेंगे। वैक्सीन के निर्माण में तेजी लाने के लिए कंपनी ने हाल ही में 10 कंपनियों के साथ करार किया है, जिसमें एमर्जेंट बायोसॉल्यूशंस का नाम भी शामिल है।
WHO ने दी थी इमर्जेंसी मंजूरी
बता दें कि हाल ही में यूनाइटेड नेशन के इंटरनेशनल वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन पहल के तहत WHO ने इसके इमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूर दी थी। यही नहीं, अमेरिका के FDA (खाद्य एवं औषधि प्रशासन) की तरफ से भी इस वैक्सीन को इस्तेमाल करने की परमिशन दे दी गई थी। अमेरिका में कोरोना में यूज किया जा रहा यह तीसरा टीका है, जिसकी उन्होंने 10 करोड़ खुराक खरीदी थी।
गंभीर बीमारियों पर रही कारगार
'वन शॉट डोज' पर आधारित इस वैक्सीन की सिर्फ एक ही खुराक लेनी पड़ती है। क्लिनिकल ट्रायल में यह वैक्सीन गंभीर बीमारी को रोकने में 85.4% कारगर रही। माना जा रहा है कि वैक्सीन की करीब 15 मिलियन डोज बर्बाद हो गई हैं। वहीं, डेटा के अनुसार, यह वैक्सीन बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए भी फायदेमंद साबित हुई है।