हर किसी के गुस्से के पीछे कोई न कोई वजह होती है। कहा जाता है कुछ लोग अपना दर्द छिपाने के लिए हमेशा गुस्सें में रहते हैं। अब जया बच्चन को देख लीजिए उनके गुस्से से तो हर कोई वाकिफ है लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि वह अपने अंदर कितना दर्द छिपाए बैठी है। सालों बाद उन्होंने अपने सबसे बुरे वक्त के बारे में खुलकर बात की साथ ही बताया किस तरह उन्होंने उस मुश्किल दौर से अपने पति को बाहर निकाला था।
एक्ट्रेस जया बच्चन और बेटी श्वेता बच्चन नंदा पिछले कुछ समय से नव्या नवेली नंदा के पॉडकास्ट शो को लेकर चर्चाओं में बनी हुई है। इस शो में वह दोनों अपनी जिंदगी से जुड़े कई किस्से शेयर कर चुकी है। हाल ही में जया बच्चन ने बताया कि 90 के दशक में अमिताभ बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहे थे। उस समय वह ज्यादा दखल देने की बजाय पति के पीछे चुपचाप खड़ी रहीं। वह कहती हैं कि मुझे नहीं पता कि मैनें ये सही किया है या नहीं।
जया बच्चन ने नव्या नवेली के पॉडकास्ट शो What The Hell Navya के दूसरे सीजन के नए एपिसोड में कहा-, 'हम अपनी जिंदगी में अलग-अलग फेज में अलग-अलग तरह के फेलियर से गुजरे हैं। जब कोई आदमी बुरे दौर से गुजर रहा हो, तो बस साथ रहना, चुप रहना अच्छा होता है। बजाय इसके कि आप गुस्सा करते रहें वो बहुत बुरा लगता है। वह कहती हैं कि- अगर उन्हें आपकी मदद की जरूरत होगी तो वह खुद मांग लेंगे। शायद चुप रहना और वहां खड़े होकर चुप्पी के जरिए बताना कि मैं साथ हूं, यहां हूं...वो ज्यादा अच्छा है।'
अगर आपको नहीं पता तो बता दे कि जया उस दौर की बात कर रही हैं जब अमिताभ बच्चन बोफोर्स घोटाले में फंस गए थे। उन्हें मीडिया ने भी बैन कर दिया था, उनकी फिल्में भी फ्लॉप हो रही थी। एक वक्त तो वह बिल्कुल दिवालिया हो गए थे। वहीं जया ने अपनी नातिन को अपने करियर से जुड़ी बातें भी बताई। वह कहती हैं- जब किसी कलाकार को उसके काम लिए सराहा नहीं जाता है तब काफी बुरा लगता है। सफलता-असफलता से उतना फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन अगर अच्छा काम करने के बाद भी आलोचना ही मिले तब बुरा लगता है।'