नारी डेस्क: आंख फड़कना भारतीय ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में एक महत्वपूर्ण संकेत माना जाता है। आंख फड़कने को लेकर विभिन्न मान्यताएं हैं, और यह किस व्यक्ति के लिए शुभ या अशुभ है, यह उसके लिंग, आंख की दिशा, और परिस्थिति पर निर्भर करता है। यहां बताया गया है कि किस आंख का फड़कना शुभ और अशुभ माना जाता है।
दाएं आंख का फड़कना
पुरुषों के लिए दाएं आंख का फड़कना शुभ संकेत माना जाता है। यह इस बात का संकेत है कि व्यक्ति को कोई खुशखबरी मिल सकती है या उसकी कोई मनोकामना पूरी हो सकती है। महिलाओं के लिए दाएं आंख का फड़कना अशुभ माना जाता है। यह किसी मुश्किल या परेशानी की तरफ इशारा करता है, जिसमें संघर्ष या असफलता का संकेत होता है।
बाएं आंख का फड़कना
पुरुषों के लिए बाएं आंख का फड़कना अशुभ माना जाता है। यह संभावित रूप से कठिनाइयों, परेशानियों, या किसी अप्रिय घटना की तरफ इशारा करता है। महिलाओं के लिए बाएं आंख का फड़कना शुभ माना जाता है। यह इस बात का संकेत हो सकता है कि उन्हें कोई अच्छी खबर मिलेगी या उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे।
समय और स्थान
आंख का फड़कना किस समय और किस जगह पर हो रहा है, यह भी महत्वपूर्ण होता है। उदाहरण के लिए, अगर सुबह के समय आंख फड़कती है, तो इसे शुभ माना जाता है, जबकि रात के समय आंख का फड़कना आमतौर पर शुभ नहीं माना जाता।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि आंख फड़कने का वैज्ञानिक कारण भी हो सकता है। तनाव, थकान, आंखों में सूखापन, या विटामिन की कमी भी आंख फड़कने का कारण हो सकते हैं।