व्हाइट डिस्चार्ज पतला और सफेद रंग का पदार्थ होता है, जो महिलाओं में काफी कॉमन है। इसमें से थोड़ी सी गंध भी आती है। पूरे पीरियड्स साइकल के दौरान वजाइनल डिस्चार्ज में उतार- चढ़ाव देखने को मिलते हैं। वहीं जब एक महिला प्रेग्नेंट होती है ये डिस्चार्ज ज्यादा मात्रा में होता है। इस दौरान ये डिस्चार्ज ज्यादा होता है और गाढ़ा भी हो जाता है। प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षणों में वजाइनल डिस्चार्ज की वृद्धि होना भी शामिल है। ये प्रेग्नेंसी के पूरे 9 महीने ऐसे ही चलता है। आइए आपको बता हैं कि डिलीवरी के कितने दिन पहले व्हाइट वजाइनल डिस्चार्ज होता है ....
डिलीवरी के कितने दिन पहले होता है व्हाइट डिस्चार्ज
एक्सपर्ट्स का कहना है कि महिलाओं को प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में सफेद रंग का डिस्चार्ज होता है। इसके 2 हफ्ते बाद या उससे ज्यादा समय तक डिस्चार्ज का रंग हल्का भूरा हो जाता है और धीरे- धीरे इसका रंग पीला सफेद नजर आने लगता है। ये स्थिति डिलीवरी के बाद लगभग 6 हफ्ते तक बनी रहती है। दरअसल, प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भशय के अंदर एक पपड़ी बन जाती है, जो हिस्सा नाल से जुड़ा होता है। ऐसे में इस स्थिति में महिलाओं को डिस्चार्ज व्हाइट पीला होता है।
कब होती है डॉक्टर को दिखाने की जरूरत
अगर आपको ये डिस्चार्ज असामान्य तरीके से हो रहा है तो ऐसी स्थिति में तुरंत अपने हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह लें। क्योंकि ये डिस्चार्ज इंफेक्शन के चलते भी हो सकता है। वहीं प्रेग्नेंसी में कोई complication भी इसकी वजह हो सकती है। ये हो सकते हैं असामान्य डिस्चार्ज के लक्षण...
- पीला, रंग या भूरा डिस्चार्ज
- प्राइवेट के आसपास रेडनेस और खुजली होना
- प्राइवेट पार्ट से काफी तेज गंध आना
- प्राइवेट पार्ट के आसपास सूजन
बता दें, प्रेग्नेंसी के दौरान यीस्ट इंफेक्शन काफी कॉमन है। इसलिए इन लक्षणों को हल्के में न लें।
यीस्ट इंफेक्शन से ऐसे करें बचाव
- ढीले कपड़े पहनें।
-सूती अंडरवियर पहनें।
- नहाने, तैरान आदि के बाद प्राइवेट पार्ट साफ करें।
- एक्सरसाइज करें।
- डाइट में दही जरूर शामिल करें।
-हेल्दी बैक्टीरिया वाला डाइट लें।